हंतावायरस या कोरोना, जाने दोनों में कौन है ज्यादा खतरनाक?

कोरोना वायरस के कहर से चीन अभी उबर भी नहीं पाया था कि एक और वायरस ने चीन पर हमला बोल दिया है। इस वायरस का नाम है हंतावायरस। चीन के युन्नान प्रांत में मंगलवार को इस वायरस से संक्रमित एक शख्स की मौत हो गई है। खास बात यह है कि कोरोना वायरस के इन्फेक्शन में जहां बचने के चांस ज्यादा होते हैं, वहीं हंतावायरस की चपेट में आने पर जान बचना बेहद मुश्किल हो जाता है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक कोरोना वायरस के कारण मौत का ग्लोबल रेट सटीक तरह से पता लगने में कुछ वक्त लग सकता है। फिलहाल इसे 3-4% के बीच माना जा रहा है। वहीं, फरवरी में जारी रिपोर्ट के मुताबिक COVID19 से सबसे ज्यादा प्रभावित चीन में यह दर 3.8% था जो अब 4% पार कर चुका है। वहीं, अमेरिका में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस का डेथ रेट 1.2% है। यानी कि कोरोना वायरस के इन्फेक्शन होने पर बचने के चांस काफी ज्यादा होते हैं। लेकिन अगर हंतावायरस की बात करे तो इससे बचना काफी मुश्किल हो सकता है।

वैज्ञानिकों ने हंतावायरस के अब तक 5 स्ट्रेन खोज लिए हैं। इनमें से सबसे ज्यादा खतरनाक अराराक्वॉरा वायरस (ARAV) है जिसका इन्फेक्शन होने पर डेथ रेट 54% पाया गया है। वहीं, एक दूसरा स्ट्रेन सिन नॉम्ब्रे वायरस है जिसके केस में डेथ रेट 40% है। वहीं, एक तीसरा स्ट्रेन हंतानवायरस (HTNV) होता है। इसका डेथ रेट 5-10% के बीच है। यानी कि इन तीनों में से किसी से इन्फेक्शन होने पर मौत का खतरा कोरोना वायरस की तुलना में कहीं ज्यादा हो सकता है। इनके अलावा दो सिओल स्ट्रेन (SEOV) और पूमाला (PUUV) कम घातक साबित हुए हैं। हालांकि, राहत की बात यह है कि हंतावायरस इंसान से होने वाला इन्फेक्शन नहीं है इसलिए यह कोरोना के मुकाबले कम आबादी पर ही असर करता है।

हालांकि हंतावायरस (Hantavirus) एक व्‍यक्ति से दूसरे व्‍यक्ति में नहीं जाता है लेकिन यदि कोई व्‍यक्ति चूहों के मल, पेशाब आदि को छूने के बाद अपनी आंख, नाक और मुंह को छूता है तो उसके हंतावायरस से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।

इस वायरस से संक्रमित होने पर इंसान को बुखार, सिर दर्द, शरीर में दर्द, पेट में दर्द, उल्‍टी, डायरिया आदि हो जाता है। अगर इलाज में देरी होती है तो संक्रमित इंसान के फेफड़े में पानी भी भर जाता है, उसे सांस लेने में परेशानी होती है। हंतावायरस एक व्‍यक्ति से दूसरे व्‍यक्ति में नहीं जाता है लेकिन यदि कोई व्‍यक्ति चूहों के मल, पेशाब आदि को छूने के बाद अपनी आंख, नाक और मुंह को छूता है तो उसके हंता वायरस से संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाता है।

आपको बता दे, कोरोना वायरस महामारी से अब तक 3.8 लाख से ज्यादा लोग चपेट में आ चुके हैं। वहीं, 17000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। कोरोना वायरस से सबसे ज्यादा मौत इटली में हुई हैं। यहां मरने वालों की संख्या 6,000 के पार चली गई है। यहां 63,927 लोग कोरोना से संक्रमित हैं। इटली में कोरोना वायरस के 7432 मरीज ठीक भी हो चुके हैं।