अब अपनी बेटी को गोदी में उठा सकेगा जिगर, पढ़े पूरा मामला

गुजरात स्थित सूरत में एक 32 वर्षीय युवक को जिन्दगी जीने का नया मकसद मिल गया है। जिगर नाम का यह युवक दो साल पहले करंट लगने की वजह से अपने हाथ पैर खो बैठा था लेकिन मुंबई स्थित ग्लोबल अस्पताल में डाक्टरों ने युवक के हाथों का सफल ट्रांसप्लांट किया। जिगर को 14 वर्षीय ब्रेन डेड बच्चे के हाथ लगाए गए हैं। इस ट्रांसप्लांट के बाद अब जिगर अपनी अपनी बेटी को गोद में उठा सकेंगे। दरअसल, जब जिगर के साथ यह हादसा हुआ तब उनकी बेटी सिर्फ 12 दिनों की थी।

महाराष्ट्र स्थित पुणे निवासी जिगर ने कहा कि वह अपनी बिटिया को उठाने के लिए तरस रहे थे। लेकिन अब नया जीवन मिलने के बाद वह खुश हैं और अपनी बेटी को गोद ले सकेंगे। उन्होंने कहा कि हादसे के बाद वह बहुत निराश हो गए और जीवन में कुछ अच्छा होने की आस टूट चुकी थी। लेकिन अब मुझे दोबारा जीने का मकसद मिल गया है। वहीं जिगर की पत्नी का कहना है कि करंट वाले हादसे के बाद हालात देखकर आंसू नहीं सूखे लेकिन भगवान ने हमारी सुन ली।

बता दें 14 वर्षीय धार्मिक काकड़िया (Dharmik Kakadiya) के ब्रेनडेड होने के बाद सिर्फ जिगर को ही नहीं बल्कि 6 अन्य लोगों को भी नई जिन्दगी मिली। 14 वर्षीय बच्चे का दिल, फेफड़ा, लिवर और आंखे भी प्रत्यारोपित की गई हैं।