हैती में आफत बनकर आया भूकंप, अबतक गई 300 से अधिक जान जबकि सैकड़ों घायल और लापता

शनिवार को दक्षिण-पश्चिम इलाके हैती में भूकंप आफत बनकर आया जिसने 300 से अधिक जान ले ली हैं जबकि सैकड़ों लोग घायल और लापता हैं। शनिवार को 7.2 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया था। भूकंप के बाद दिनभर और रात तक झटके महसूस किए जाते रहे। बताया जा रहा है कि कम से कम 1,800 लोग घायल हो गए हैं। भूकंप के कारण सैकड़ों घर ढह गए जिसके कारण लोग सड़कों पर आ गए हैं। बेघर हो चुके लोग, वे लोग जिनके घर ढहने के कगार पर हैं उन्होंने खुले में सड़कों पर रात बिताई। अस्पतालों में घायलों को लाने का सिलसिला जारी है। उन्होंने बताया कि कम से कम 860 घर नष्ट हो गए और 700 से अधिक क्षतिग्रस्त हो गए।

शनिवार को भूकंप आने से कई शहर पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं और भूस्खलन होने से भूकंप से बुरी तरह प्रभावित दो समुदायों के बीच बचाव अभियान प्रभावित हो रहा है। भूकंप के कारण कोरोना वायरस महामारी से पहले से बुरी तरह प्रभावित हैती के लोगों की पीड़ा और भी बढ़ गई है। देश के राष्ट्रपति की हत्या और गहराती गरीबी से राष्ट्र वैसे ही संकट में है।

अमेरिका के भूगर्भीय सर्वेक्षण की ओर से कहा गया कि भूकंप का केंद्र राजधानी पोर्ट औ प्रिंस से करीब 125 किलोमीटर की दूरी पर है। अगले हफ्ते की शुरुआत में संकट और भी बढ़ सकता है क्योंकि तूफान ग्रेस सोमवार या मंगलवार तक हैती पहुंच सकता है।

प्रधानमंत्री ने पूरे देश में एक महीने की आपात स्थिति की घोषणा की है और कहा है कि जब तक क्षति का आकलन नहीं हो जाता तब तक वह अंतरराष्ट्रीय मदद नहीं मांगेंगे। उन्होंने कहा कि कुछ शहर तो पूरी तरह से तबाह हो चुके हैं। उन्होंने बताया कि अंतरराष्ट्रीय रेड क्रॉस और प्रभावित इलाकों के अस्पताल घायलों का ध्यान रख रहे हैं। उन्होंने इस समय हैती के लोगों से एकजुट होने की अपील करते हुए कहा कि जरूरतें बहुत अधिक हैं। हमें घायलों की देखरेख करनी होगी, भोजन, सहायता, अस्थायी शरण एवं मनोवैज्ञानिक समर्थन देना होगा।