आचार संहिता उल्लंघन के डर के कारण कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी को अजीबोगरीब स्थिति का सामना करना पड़ा। दरअसल ग्वालियर-चंबल अंचल के दौरे पर आए राहुल गांधी मंगलवार को गुरुद्वारे में मत्था टेकने पहुंचे थे, वहां राहुल ने मत्था टेका और दानपात्र में डालने के लिए अपनी जेब से पांच सौ रुपये का नोट निकाला। लेकिन तभी पास खड़े ज्योतिरादित्य सिंधिया ने आचार संहिता का हवाला देते हुए उन्हें ऐसा करने से रोक दिया उसके बाद राहुल ने 500 का नोट वापस अपने जेब में रख लिया।
ग्वालियर-चंबल अंचल के दौरे पर आए राहुल गांधी ने मंदिर मस्जिद के बाद गुरुद्वारे में भी मन्नत मांगी। मंगलवार की सुबह राहुल किले स्थित गुरुद्वारा पहुंचे, जहां मत्था टेकने के बाद राहुल ने यहां पार्टी और देश-प्रदेश की खुशहाली की कामना की। लेकिन आचार संहिता के डर से राहुल गुरुद्वारे में दान नहीं कर पाए।
इससे पहले मुरैना पहुंचे राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जमकर निशाना साधा। राहुल ने कहा कि देश के प्रधानमंत्री जी जो प्रधानमंत्री नहीं बल्कि चौकीदार होने की बात करते है लेकिन उन्होंने देश की विमान बनाने वाली कंपनी से कांन्ट्रेक्ट समाप्त कर निजी कंपनी को काम सौंप दिया है। राहुल ने शिवराज पर निशाना साधते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अपना वादा पूरा नहीं कर पाए हैं। लेकिन अगर यहां कांग्रेस की सरकार बनी तो किसानों का कर्जा 10 दिन के भीतर समाप्त कर दिया जाएगा।