डेरा सच्चा सौदा के विवादित बाबा गुरमीत राम रहीम इंसां को लेकर आए दिन नए-नए खुलासे हो रहे हैं। हाल ही में बाबा को लेकर एक नई खबर सामने आई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, गुरमीत राम रहीम ने अपनी फिल्मों के जरिए करोड़ों रुपए की काली कमाई को व्हाइट मनी में कन्वर्ट किया है। खुद ही अपनी फिल्मों के टिकट खरीद लेता था राम रहीम...
राम रहीम के खिलाफ चल रहे केस के मुख्य गवाह खट्टा सिंह के मुताबिक, राम रहीम फिल्मों के रिलीज होने पर थिएटर मालिकों से सेटिंग करके सारे टिकट खुद ही खरीद लेता था। ताकि लोगों को यह लगे कि उसकी फिल्म जबर्दस्त कमाई कर रही है और हाउसफुल चल रही है।
- इस तरह वह अपनी काली कमाई से फिल्म की टिकटें खरीदता था और फिल्म की कमाई से उस काले पैसे को व्हाइट मनी में कन्वर्ट कर लेता था।
- रिपोर्ट्स के मुताबिक, पब्लिक यही समझती है कि बाबा ने ‘मैसेंजर आफ गॉड’ फिल्मों में अपने शौक की वजह से बनाई है लेकिन असलियत कुछ और ही है। दरअसल, बाबा ने अपने काले धन को ठिकाने लगाने (व्हाइट मनी में कन्वर्ट) के लिए फिल्में बनाई थीं।
इसमें प्रोड्यूसर्स भी उनका साथ देते थे। वो बाबा की फिल्म की कमाई को बढ़ा-चढ़ाकर पेश करते थे। बता दें कि राम रहीम की पहली फिल्म 'मैसेंजर ऑफ गॉड' साल 2015 में रिलीज हुई थी। इस फिल्म ने सिर्फ 16.89 करोड़ की कमाई की थी लेकिन प्रोड्यूसर्स ने कमाई को 130 करोड़ रुपए बताया।
वहीं प्रोड्यूसर्स ने 'मैसेंजर ऑफ गॉड 2' की कमाई को 450 करोड़ रुपए बताया था जबकि फिल्म ने सिर्फ 17 करोड़ रुपए कमाए थे। बाबा के काले धन को व्हाहट करने का पूरा जिम्मा हनिप्रीत का होता था।
आपको बता दे हनिप्रीत बाबा राम रहीम की कथित पुत्री है जिसने जेल में भी बलात्कारी बाबा राम रहीम के साथ रहने की इच्छा जताई थी।