गुजरात: मरने के बाद भी सुकून नहीं, 3 दिन में भी नहीं हो रहा अंतिम संस्कार

देश में बढ़ते कोरोना संक्रमण के साथ-साथ मरने वालों का भी आंकड़ा तेजी से बढ़ रहा है। अब तक 1 लाख 78 हजार 793 लोगों की कोरोना से मौत हो गई है। कई राज्यों में हालात इतने खराब है कि शवों के अंतिम संस्कार के लिए घंटों इंतजार करना पड़ रहा है। गुजरात के वलसाड के जिला सिविल अस्पताल के कोरोना आइसोलेशन वार्ड से एक के बाद एक शव बाहर निकल रहे हैं। पोस्टमार्टम रूम में शव बिखरे पड़े हैं। दरअसल, यहां मौत का आंकड़ा तेजी से बढ़ा है, इसलिए अंतिम संस्कार के लिए जरूरी डेथ सर्टिफिकेट बनाने में घंटों लग रहे हैं। पड़े-पड़े शवों से दुर्गंध आने लगी है। वलसाड सिविल अस्पताल के बाहर मृतकों के परिजन शवों के इंतजार में घंटों से खड़े हैं। इनमें से कुछ को तो 36 घंटे इंतजार के बाद भी शव के अंतिम दर्शन नहीं हो पाए हैं। अस्पताल के ढुलमुल रवैए के कारण अब उनका गुस्सा फूटने लगा है।

सिविल अस्पताल के सुपरिटेंडेंट अमित शाह ने बताया कि यहां कोविड के मरीजों के लिए 400 बेड का इंतजाम है। उनका कहना है कि मरीज यहां हालत खराब करके पहुंच रहा है। वह तब आ रहा है जब उसे ऑक्सीजन या वेंटिलेटर की जरूरत महसूस हो रही है।

मरीजों की संख्या अचानक बढ़ने से वर्कलोड काफी बढ़ गया है। कोविड वार्ड से पोस्टमार्टम रूम तक शव को लाने के लिए कामदारों को आउट सोर्स किया गया है। लेकिन हम अपील करते हैं कि जिम्मेदारी निभाने वाले सेवादारों को भी आगे आना चाहिए।

24 घंटों में राज्य में 10 हजार से ज्यादा मरीज

गुजरात में रविवार को 10 हजार 340 नए कोरोना संक्रमित मिले, 110 की मौत हो गई। राज्य में अब तक 4 लाख 4 हजार 561 लोग इस महामारी की चपेट में आ चुके हैं। इनमें से 3 लाख 37 हजार 545 ठीक हो चुके। 5 हजार 377 ने जान गंवाई, जबकि 61 हजार 467 मरीजों का इलाज चल रहा है। राज्य में रविवार को रिकवरी रेट घटकर 83.43% रह गया। इलाज करा रहे कोरोना मरीजों से 329 वेंटिलेटर पर हैं। 61 हजार 318 संक्रमितों की हालत स्थिर है।