गुजरात: मोरबी हादसे में बीजेपी सांसद के 12 रिश्तेदारों की मौत, बोले - दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी

गुजरात के मोरबी में मच्छु नदी पर बना 140 साल पुराना सस्पेंशन केबल ब्रिज रविवार शाम को ढह गया। ताया जा रहा है कि हादसे के वक्त पुल पर 400 से ज्यादा लोग मौजूद थे। ये लोग रविवार की छुट्टी होने पर ब्रिज पर घूमने पहुंचे थे। इस हादसे में अब तक 141 लोगों की मौत हो चुकी। वहीं, 177 लोगों को बचाया गया। मच्छु नदी पर हुए इस दिल दहला देने वाले हादसे में बीजेपी सांसद के मोहन भाई कुंदरिया के भी 12 रिश्तेदारों की मौत हो गई है।

बीजेपी सांसद मोहनभाई ने कहा कि इस हादसे में हमने मेरी बहन के जेठ यानी मेरे जीजा के भाई की 4 बेटियों, 3 जमाई और 5 बच्चों को खो दिया है। यह काफी दुखद है।

राजकोट से सांसद मोहनभाई ने कहा कि यह हादसा बेहद दुखद है। मैं कल शाम से यहीं पर हूं। 100 से ज्यादा लोगों की बॉडी मिल चुकी है। पुल खोलने की परमिशन न लेने के मामले पर उन्होंने कहा कि यहां कई अधिकारी मौजूद हैं। जिसकी गलती होगी, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। उन्होंने कहा कि किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा।

मोहनभाई कुंदरिया ने कहा कि इस हादसे की सच्चाई 100 फीसदी सामने आएगी। क्योंकि इस मामले में पीएम मोदी भी लगातार नजर बनाए हुए हैं। रातभर वह फोन पर इसकी जानकारी लेते रहे।

जानकारी के मुताबिक रेनोवेशन के महज 4-5 दिन बाद ब्रिज के दोबारा खुलने के बाद यह भयावह हादसा होने पर प्रशासन सवालों के घेरे में है। एक अधिकारी का कहना है कि एक निजी फर्म को ब्रिज की मरम्मत का काम सौंपा गया था। 7 महीने के रिनोवेशन वर्क के बाद ब्रिज को आम जनता के लिए दोबारा खोला गया था। लेकिन नगर निगम की ओर से ब्रिज को फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं दिया गया था।