गुजरात चुनाव : दोपहर तक 30 फीसदी से अधिक मतदान

गुजरात विधानसभा के पहले चरण के तहत मतदान प्रक्रिया शनिवार सुबह शुरू हो गई। पहले चरण में कच्छ, सौराष्ट्र और दक्षिणी क्षेत्रों के 19 जिलों की 89 सीटों पर मतदान सुबह आठ बजे शुरू हो गया। पहले चरण के चुनाव के दौरान शनिवार को 24,689 मतदान केंद्रों के बाहर मतदाताओं की लंबी-लंबी कतारें देखी जा सकती हैं। चुनाव के पहले चरण के दौरान शनिवार दोपहर तक 30 फीसदी से अधिक मतदान हुआ। इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) में खराबी की शिकायतों के बीच बड़ी संख्या में मतदाताओं को मतदान केंद्रों के बाहर देखा जा सकता है। लोग अपने संवैधानिक अधिकार का उपयोग करने के लिए मतदान केंद्र पहुंच रहे हैं।

वही निर्वाचन आयोग को पोरबंदर में ईवीएम मशीनों के ब्लूटूथ और वाईफाई से जुड़े होने की शिकायतें मिली हैं।

दोपहर तक अमरेली में 32 फीसदी, भावनगर में 33, कच्छ में 29, मोरबी में 33, राजकोट में 35, जामनगर में 32, द्वारका में 27, पोरबंदर में 28 और गिर सोमनाथ में 30 फीसदी मतदान हुआ।

वष्ठि कांग्रेस नेता अर्जुन मोधवाडिया ने शिकायत की कि जब वह पोरबंदर जिले के मोधवाड़ा गांव में वोट डाल रहे थे तो मीडियाकर्मी उन्हें कवर कर रहे थे लेकिन एसएसबी जवानों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया।

मोधवाडिया ने सवाल उठाया कि जब वोट डाल रहे अन्य नेताओं को कवर कर रहे मीडियाकर्मियों को रोका नहीं जा रहा तो उन्हें कवर कर रहे मीडियाकर्मियों को क्यों रोका गया?

पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) की पूर्व संयोजक रेशमा पटेल जब जूनागढ़ जिले के झनझारड़ा गांव में वोट डालने गईं तो पीएएएस के कई समर्थकों ने उनका विरोध किया।

पोरबंदर से भाजपा उम्मीदवार बाबूभाई बोखिरिया के खिलाफ मतदान केंद्र के पास नारेबाजी करने के लिए निर्वाचन आयोग के समक्ष शिकायत दर्ज कराई गई है।

कुटियाना निर्वाचन क्षेत्र से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) उम्मीदवार ने बयान जारी कर कहा कि वह चुनाव अभियान में व्यस्त थे और अगर उन्हें समय लगेगा तो ही वह वोट डालेंगे।

सूरत क्षेत्र के कामरेज निर्वाचन क्षेत्र से सुबह से ईवीएम मशीनों में खराबी की सात से आठ शिकायतें मिली हैं। लोग शिकायत कर रहे हैं कि वे सुबह से कतार में खड़े होने के बावजूद अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर पा रहे हैं। इसके साथ साथ कच्छ के मांडवी निर्वाचन क्षेत्र में ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायतें भी आई है।

मांडवी से चुनाव लड़ रहे शक्ति सिंह गोहिल ने कहा, "आखिर क्यों विशेष रूप से दलित समुदायों वाले क्षेत्रों के मतदान केंद्रों की ईवीएम में खराबी आ रही है और यदि ईवीएम मशीनें काम नहीं कर रही हैं तो उन्हें तुरंत बदला जाए। यहां एक खराब मशीन को डेढ़ घंटे के बाद बदला गया। मुझे दलित मतदाताओं के खिलाफ भाजपा के षडयंत्र का संदेह है लेकिन हम आश्वत हैं कि इसके बावजूद कांग्रेस इस बार सभी छह सीटों पर जीत दर्ज करेगी।"

गुजरात के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) बी.बी.स्वेन ने कहा, "हम पोरबंदर में ईवीएम के ब्लूटूथ और वाईफाई से जुड़े होने की शिकायतों की जांच कर रहे हैं।"

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोधवाडिया ने शिकायत की कि तीन ईवीएम ब्लूटूथ उपकरणों से जुड़ी हुई हैं और उन्होंने इस संदर्भ में स्क्रीनशॉट के साथ ईसीआई को शिकायत भेज दी है।

कच्छ, मोरबी, जामनगर, सुरेंद्र नगर, देवभूमि द्वारका, राजकोट, बोटाड, पोरबंदर, जूनागढ़, अमरेली, गिर सोमनाथ, भावनगर, भरूच, नर्मदा, सूरत, तापी, नवसारी, डांग और वलसाड जिलों में कुल 977 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं।

इन 89 सीटों में से सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पास 67 और कांग्रेस के पास 16 सीट है। एक सीट एनसीपी और एक जेडीयू के पास है जबकि बाकी बची दो सीटों पर निर्दलीय उम्मीदवार हैं।

कुल 2,12,31,652 मतदाताओं में से 1,11,05,933 पुरुष और 1,01,25,472 महिलाएं और 247 थर्ड जेंडर के हैं। गुजरात विधानसभा के दूसरे चरण के तहत 14 दिसंबर को मतदान होगा और मतगणना 18 दिसंबर को होगी।