दिल्ली में जारी रहेगा GRAP-4, यूपी-हरियाणा प्रदूषण के लिए जिम्मेदार: गोपाल राय

नई दिल्ली। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने दिवाली पर राजधानी में पटाखे चलाए जाने के चलते एकाएक प्रदूषण में हुए इजाफे के बाद सोमवार को दिल्ली सचिवालय में अधिकारियों संग बैठक की। बैठक के बाद मीडिया से बातचीत के दौरान गोपाल राय ने बढ़ते प्रदूषण का ठीकरा पड़ोसी राज्य हरियाणा और उत्तर प्रदेश पर फोड़ा। मीडिया से बातचीत के दौरान पर्यावरण मंत्री ने कहा कि ग्रिड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान-4 (GRAP-4) के तहत प्रतिबंध दिल्ली-एनसीआर में आगे भी जारी रहेंगे।

राय ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए बीएस-3 पेट्रोल वाहनों और बीएस-4 डीजल वाहनों पर प्रतिबंध जारी रखने पर जोर दिया। आवश्यक वस्तुओं का परिवहन करने वाले, आवश्यक सेवाओं से जुड़े या सीएनजी और बिजली से चलने वाले ट्रकों को छोड़कर, सभी ट्रकों के लिए दिल्ली में प्रवेश वर्जित रहेगा। राजधानी में एंटी डस्ट कैंपेन को अगले 15 दिनों के लिए बढ़ा दिया गया है। 18 नवंबर तक स्कूल बंद रहेंगे। बच्चों की छुट्टियां आगे बढ़ाने पर अभी कोई फैसला नहीं लिया गया है।

राय ने उत्तर प्रदेश और हरियाणा की सरकारों से भी अपनी अपील दोहराई, उनसे वैकल्पिक मार्गों पर बसों और ट्रकों के पुनर्निर्देशन की सुविधा के लिए पूर्वी और पश्चिमी परिधि पर टीमें तैनात करने का आग्रह किया।

दिल्ली, नोएडा, गुरुग्राम और आसपास के इलाकों में सोमवार की सुबह स्मॉग छा गया। सुप्रीम कोर्ट के प्रतिबंध आदेश की अवहेलना करते हुए दिवाली की रात बड़े पैमाने पर पटाखे फोड़े जाने के बाद प्रदूषण बढ़ा है। इस घटना ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में पहले से ही गंभीर प्रदूषण की समस्या को बदतर कर दिया।

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, सुबह 10 बजे आनंद विहार में पीएम10 का स्तर 500 और पीएम2.5 का 473 रहा जो 'गंभीर' श्रेणी में था।कार्बन मोनोऑक्साइउ (सीओ) 131 पर 'मध्यम' श्रेणी में था।

बवाना में पीएम2.5 का स्तर 469 पर 'गंभीर' श्रेणी में और पीएम10 का 376 पर 'बहुत खराब' श्रेणी में पहुंच गया, जबकि सीओ 78 पर 'संतोषजनक' स्तर पर और एनओ2 12 पर 'अच्छी' श्रेणी में रहा।

द्वारका सेक्टर-8 स्टेशन पर सोमवार सुबह पीएम2.5 'गंभीर' श्रेणी में 444 पर पहुंच गया, जबकि पीएम 10 'बहुत खराब' श्रेणी में 360 पर था।

इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे टी3 क्षेत्र में हवा की गुणवत्ता 'गंभीर' श्रेणी में थी। यहाँ पीएम 2.5 का स्तर 431 और पीएम10 का 295 'खराब' श्रेणी में था।

प्रदूषण के लिए कौन जिम्मेदार?


दिवाली पर दिल्ली में पटाखे फोड़ने पर पर्यावरण मंत्री ने कहा, दिल्ली में पटाखों के उत्पादन, भंडारण और बिक्री पर प्रतिबंध है। पटाखे यूपी और हरियाणा से दिल्ली लाए गए थे। दिल्ली, हरियाणा और यूपी की पुलिस भाजपा के नियंत्रण में और इन तीन पुलिस बलों की निगरानी के बीच कोई भी आम आदमी आसानी से पटाखों की आपूर्ति नहीं कर सकता है। कुछ विशिष्ट लोगों ने ऐसा किया है। अगर वह सक्रियता से काम करते तो रातों रात प्रदूषण में 100 अंकों की बढ़ोतरी से हम बच सकते थे।