जलगाँव रेल दुर्घटना के घायलों का खर्च वहन करेगी सरकार, अफवाहों के कारण हुआ हादसा: अजित पवार

पुणे । महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने गुरुवार को पुणे के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत करते हुए जलगांव में हुई घटना पर दुख जताया। उन्होंने कहा कि यह घटना सिर्फ और सिर्फ अफवाहों के कारण हुई। राज्य सरकार घायलों के इलाज का खर्च वहन करेगी।

उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने गुरुवार को पुणे के सर्किट हाउस में पत्रकारों से बातचीत के दौरान जलगांव हादसे को लेकर कहा कि घटना के बाद सरकार ने तुरंत कार्रवाई की। जलगांव में रेल हादसा होने के बाद स्थानीय प्रशासन के अधिकारियों के तुरंत मौके पर पहुंचे और राहत कार्य किया। यह घटना बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। हमने इस घटना की जानकारी ली।

चाय विक्रेताओं ने दी आग लगने की सूचना

पता चला है कि लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन के एक कोच में चाय विक्रेताओं ने आग लगने की सूचना दी, जिससे अफरा-तफरी मच गई। हंगामा देखकर पड़ोसी कोच में भी भारी हंगामा हो गया। इस दौरान ट्रेन को आपातकालीन चेन खींचकर रोक दिया गया। इसी बीच कुछ यात्री अपनी जान बचाने के लिए ट्रेन से नीचे कूद गए। यात्री बगल की पटरी पर आ रही एक अन्य एक्सप्रेस ट्रेन की चपेट में आ गए, जिससे कई लोग हताहत और घायल हो गए।

अजित पवार ने कहा कि इस घटना में अब तक 13 लोगों की मौत हो चुकी है। उनमें से 10 की पहचान कर ली गई है। तीन लोगों की अभी तक पहचान नहीं हो पाई है। यह घटना महज अफवाहों के कारण हुई है। सरकार घायलों के इलाज का खर्च वहन करेगी। उत्तर प्रदेश के निवासी उदल कुमार (30) अपने रिश्तेदार विजय कुमार के साथ पहली बार मुंबई आए थे। दोनों जनरल टिकट लेकर यात्रा कर रहे थे। इस हादसे में उदल कुमार और विजय कुमार भी घायल हो गए।

बता दें कि बुधवार शाम को महाराष्ट्र के जलगांव में लखनऊ-मुंबई पुष्पक एक्सप्रेस ट्रेन में आग लगने की अफवाह के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई थी। जिसके बाद कई यात्री ट्रेन से कूद गए और दूसरी आ रही ट्रेन की चपेट में आ गए। जलगांव के कलेक्टर एवं जिला मजिस्ट्रेट कार्यालय द्वारा प्रस्तुत महाराष्ट्र सरकार की रिपोर्ट के अनुसार, दुर्घटना बुधवार को लगभग 5:05 बजे हुई। शुरुआती रिपोर्ट के अनुसार, कुल 13 लोगों की मौत हुई है और 10 घायल हुए हैं। अधिकारियों ने बताया कि मृतकों में चार नेपाली नागरिक शामिल हैं।