ओमिक्रॉन ने बढ़ाई राजस्थान सरकार की चिंता, गाइडलाइन में सख्ती फीका कर सकती हैं न्यू ईयर सेलेब्रेशन

राजस्थान में कोरोना एक बार फिर अपने पैर पसार रहा हैं। पिछले 24 घंटे में आज 39 नए मरीज मिले है, जो 5 अगस्त बाद मिले केसों में सबसे ज्यादा है। सबसे ज्यादा केस आज जयपुर में मिले है। राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या बढ़कर अब 245 हो गई। राजस्थान में ओमिक्रॉन के भी 17 से ज्यादा केस मिल चुके हैं। इस बढ़ते कहर ने राजस्थान सरकार की चिंता बढ़ा दी हैं। इसे देखते हुए सरकार गाइडलाइन में सख्ती लाने की तैयारी कर रही है जिसकी वजह से हैं न्यू ईयर सेलेब्रेशन का रंग भी फीका पड़ सकता हैं। ओमिक्रॉन के खतरे को देखते हुए कई राज्य पाबंदियां लगा चुके हैं। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने ओमिक्रॉन के खतरे पर नियंत्रण करने और कोविड के मौजूदा हालात का रिव्यू कर आगे फैसला करने के लिए दोपहर 1 बजे से रिव्यू बैठक बुलाई है। इस रिव्यू में एक्सपर्ट डॉक्टर्स सरकार को राय देंगे।

स्वास्थ्य विभाग अब डेली सैंपलिंग की संख्या बढ़ाने के साथ जिनोम सिक्वेंसिंग पर भी जोर दे रहा है। प्रदेश में भीड़भाड़ वाले आयोजनों में लोगों की संख्या को कम किया जा सकता है। बताया जा रहा है कि इस ओपन रिव्यू बैठक के बाद नई गाइडलाइन को मंजूरी मिलने की संभावना है। केंद्र सरकार की एडवाइजरी के बाद राज्य सरकार भी नई गाइडलाइन जारी करने पर विचार कर रही है। केंद्र ने हाल ही में राज्यों को एडवाइजरी जारी कर पांबदियां लगाने का सुझाव दिया है।

प्रदेश में रात 11 से सुबह 5 बजे तक नाइट कर्फ्यू है, लेकिन इसकी सख्ती से पालना नहीं हो रही है। सरकार नाइट कर्फ्यू पर सख्ती कर सकती है। मास्क को लेकर भी सख्ती नहीं है। बिना मास्क वालों से जुर्माना वसूलने का अभियान फिर से शुरू हो सकता है। नए साल पर भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर सरकार रोक लगा सकती है। नए साल पर होने वाली बड़ी भीड़ से कोरोना फैलने का खतरा है, इसलिए पार्टियों में लोगों की संख्या की लिमिट तय की जा सकती है। नए साल पर पटाखों को लेकर पहले से ही गाइडलाइन तय है। नई साल के जश्न पर केवल दो घंटे ग्रीन पटाखे चलाने की ही अनुमति है। पटाखों को लेकर दिवाली पर जारी गाइडलाइन आगे भी लागू रहेगी।

कोरोना के खतरे को देखते हुए समारोहों, मेलों और पर्वों में लोगों की संख्या तय किए जाने की संभावना है। फिलहाल मेले, पर्व और धार्मिक-राजनीतिक जुलूसों पर कोई पांबंदी नहीं है, अब इनमें संख्या तय की जा सकती है। पहले फेज में इनडोर कार्यक्रमों में लोगों की संख्या पर लिमिट तय कर ज्यादा लोगों के इकट‌्ठा होने पर रोक लग सकती है। इनडोर मार्केट, सरकारी दफ्तरों और भीड़भाड़ की संभावनाओं वाली जगहों पर वैक्सीन की डबल डोज लगा होने वालों को ही अनुमति देने का प्रावधान भी लागू हो सकता है। हरियाणा यह प्रावधान लागू कर चुका है। राजस्थान सरकार भी इसे लागू करने पर विचार कर रही है। एक्सपर्ट की राय के बाद इसे लागू किया जा सकता है।