फडणवीस की अगुवाई में बनेगी महाराष्ट्र में सरकार : गडकरी

महाराष्ट्र में सरकार बनाने को लेकर गतिरोध अब भी जारी है। इस बीच उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री में शिवसेना विधायकों की बैठक जारी है। शिवसेना को विधायकों को टूटने का डर सता रहा है। ऐसे में बैठक के बाद विधायकों को फाइव स्टार होटल में ठहराया जा सकता है। वही आज महाराष्ट्र में सरकार गठन पर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि जल्द फैसला हो जाएगा। देवेंद्र फडणवीस की अगुवाई में महाराष्ट्र में बीजेपी-शिवसेना की सरकार बनेगी। इस मामले से आरएसएस और मोहन भागवत का कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि मेरा सीएम बनने का सवाल ही नहीं है। मैं दिल्ली में ही रहूंगा।

बता दे, आज भाजपा के वरिष्ठ नेता सुधीर मुनगंटीवार ने साफ किया है कि उनकी शिवसेना से अलग होकर सरकार बनाने की मंशा नहीं है। राज्यपाल से मिलकर उन्हें परिस्थितियों से अवगत कराएंगे। आज सरकार बनाने का दावा पेश नहीं करेंगे।

उद्धव ठाकरे के निवास मातोश्री में शिवसेना विधायकों की बैठक से पहले संजय राउत ने ट्वीट करके कहा, 'तुम्हारे पांव के नीचे कोई ज़मीन नहीं, कमाल है कि, फ़िर भी तुम्हें यक़ीन नहीं- दुष्यंत कुमार।' शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि हम बयानबाजी में विश्वास नहीं करते हैं। जिसके पास बहुमत है वह सरकार बनाएगा। मुख्यमंत्री तो शिवसेना का होगा। मेरी कभी कोई आकांक्षा नहीं थी। उन्होंने कहा कि मातोश्री में आज शिवसेना विधायकों की बैठक होगी। इस बैठक में उद्धव ठाकरे आगे की रणनीति बताएंगे।

शिवसेना को सता रहा है टूट का डर

बता दे, 56 सीटें जीतने वाली शिवसेना को अब टूट का डर सताने लगा है। पार्टी के मुख पत्र सामना में शिवसेना ने कहा कि कुछ लोग नये विधायकों से संपर्क कर थैली की भाषा बोल रहे हैं। पर किसानों के हाथ कोई दमड़ी भी रखने को तैयार नहीं है। राज्य में मूल्य विहीन राजनीति हम नहीं चलने देंगे। इसके लिए शिवसैनिक तलवार लेकर खड़े हैं। बताया जा रहा है कि शिवसेना अपने विधायकों को फाइव स्टार होटल में ठहरा सकती है। इस पर राउत ने कहा कि विधायकों को होटल में रखने की बात अफवाह है। भाजपा सबसे बड़ी पार्टी है। अगर वह सरकार बनाती है तो हम देखेंगे कि आगे क्या करना है।

वही कल यानि बुधवार को राकांपा प्रमुख शरद पवार प्रेस कॉन्फ्रेंस में साफ़ कर चुके है कि बीजेपी और शिवसेना राज्य में सरकार बनाएं। हमें जनता ने विपक्ष के लिए चुना है, हम विपक्ष में ही बैठेंगे।

बता दे, 9 नवंबर को देवेंद्र फडणवीस के मुख्यमंत्री के रूप में कार्यकाल समाप्त हो रहा है। यदि अगले दो दिनों में कोई भी पार्टी या गठबंधन सरकार नहीं बनाती है तो महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लग सकता है।