भारत की 98% आबादी पर अभी भी छा रहे कोरोना के काले बादल: स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय

देश में कोरोना संक्रमण के नए मामलों में भले ही कमी आ रही हो लेकिन रोजाना होने वाली मौतों की संख्या अब भी डराने वाली है। पिछले 24 घंटे में 4,525 लोगों की कोरोना के चलते मौत हुई है। यह देश में कोरोना से एक दिन में हुई मौतों का सबसे बड़ा आंकड़ा है। इससे पहले सोमवार को 4,334 मौतें हुई थीं। इससे पहले 7 मई को 4,233 लोगों की मौत हुई थी। इसके साथ ही देश में मृतकों की संख्या 2.83 लाख हो गई है। इस बीच केंद्रीय स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय की ओर से आंकड़े जारी करके जानकारी दी गई है कि सिर्फ 2% भारतीय आबादी ही कोरोना संक्रमण से प्रभावित हुई है यानी कि 98% आबादी अब भी खतरे में है।

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय ने मंगलवार को यह जानकारी देते हुए कहा कि दूसरे देशों में कोरोना से प्रभावित जनसंख्‍या की हिस्‍सेदारी काफी अधिक है, लेकिन भारत इसे कम रखने में सफल रहा है। ऐसा यहां कोरोना से निपटने के लिए अपनाए गए उपायों के कारण हुआ है।

स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के ज्‍वाइंट सेक्रेटरी लव अग्रवाल ने कहा कि अधिक संख्‍या में कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बावजूद हमने संक्रमण को सिर्फ 2% आबादी तक ही सीमित कर दिया। ऐसा चिकित्‍सकीय मदद के कारण हुआ।

हालांकि कुछ लोगों ने सरकार की ओर से जारी आंकड़ों पर सवाल भी उठाए हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि सरकार ने नेशनल सीरो सर्वे के नतीजों को नजरअंदाज किया है। इंडियन काउंसिल ऑफ इंडिया (ICMR) की ओर से किए गए सीरो लॉजिकल सर्वे में कहा गया था कि देश की 21.4% युवा आबादी पिछले साल दिसंबर के मध्‍य तक कोरोना की चपेट में आ चुकी थी।

बता दे, मंगलवार को देश में 2,67,44 नए केस सामने आए। वहीं, 3,89,566 लोग ठीक भी हुए। इस तरह एक्टिव केस यानी इलाज करा रहे मरीजों की संख्या में एक लाख 27,109 की कमी हुई। बता दें देश में कोरोना से फिलहाल 1.10% लोगों की मौत हो गई है वहीं 85.60% लोग डिस्चार्ज और ठीक हो गए हैं। वहीं 13.29% एक्टिव केस हैं।