
शुक्रवार, 2 मई 2025 की रात गोवा के शिरगांव में आयोजित प्रसिद्ध श्री लैराई 'जात्रा' के दौरान एक दर्दनाक हादसा हो गया। मंदिर परिसर में भारी भीड़ के बीच अचानक भगदड़ मच गई, जिसमें 7 श्रद्धालुओं की जान चली गई और 50 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। सभी घायलों को तत्काल अस्पताल में भर्ती कराया गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, भगदड़ के समय हालात बेहद भयावह थे, लोग एक-दूसरे पर गिरते-पड़ते किसी तरह खुद को बचाने की कोशिश कर रहे थे। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस और आपातकालीन टीमें मौके पर पहुंचीं और तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया। स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए कई घायलों को नजदीकी अस्पतालों में शिफ्ट किया गया।
भगदड़ की संभावित वजहअधिकारियों की ओर से अभी तक भगदड़ की आधिकारिक वजह नहीं बताई गई है, लेकिन शुरुआती रिपोर्टों में कहा जा रहा है कि भीड़ अत्यधिक होने और उचित व्यवस्था के अभाव में यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना घटी। स्थिति की पूरी जानकारी आने का इंतजार है। घटना के बाद गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने घायलों से मिलने अस्पताल का दौरा किया।
भारी सुरक्षा के बावजूद हुआ हादसाश्री देवी लैराई यात्रा के दौरान यह हादसा उस वक्त हुआ जब हजारों श्रद्धालु कार्यक्रम में शामिल हो रहे थे। इस आयोजन के लिए प्रशासन ने लगभग 1000 पुलिसकर्मियों की तैनाती की थी और भीड़ पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा था। शुक्रवार को मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत अपनी पत्नी सुलक्षणा सावंत, राज्यसभा सांसद सदानंद शेट तनावड़े और स्थानीय विधायक प्रेमेंद्र शेट और कार्लोस फरेरा के साथ यात्रा में शामिल हुए थे।
प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री का दुख व्यक्तइस हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख जताते हुए PMO के ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया:“गोवा के शिरगांव में भगदड़ के कारण हुई मौतों से अत्यंत दुखी हूं। जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है, उनके प्रति गहरी संवेदना प्रकट करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं।”
वहीं, मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने भी ट्वीट करते हुए लिखा: “श्री लैराई जात्रा में हुई दुखद भगदड़ से बेहद व्यथित हूं। मैंने अस्पताल जाकर घायलों से मुलाकात की और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने मुझसे बात कर स्थिति की जानकारी ली और हरसंभव सहयोग का आश्वासन दिया है।”