राजस्थान में लॉकडाउन को लेकर बोले मुख्यमंत्री गहलोत, नहीं किया जाएगा क्योंकि बंद हो जाता है सबका रोजगार

बढ़ता कोरोना फिर से सख्ती बरतने को मजबूर कर रहा हैं। बीते दिन शुक्रवार को देश में 62 हजार से अधिक मामले आए और राजस्थान की बात करें तो बीते दिन 800 से अधक मामले आए। बढ़ते मामलों को लेकर सरकार सख्ती बरतने लगी हैं और फिर से लॉकडाउन लगने के कयास लगने लगे हैं। लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत ने यह साफ़ कर दिया हैं कि प्रदेश में फिर से लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा क्योंकि इससे सभी का रोजगार बंद हो जाता हैं। गहलोत ने कहा कि कोरोना को लेकर जनता लापरवाह हो गई है, इसलिए कुछ सख्त कदम उठाए हैं। अगर और सख्ती करनी पड़ती है तो हम करेंगे। लोग नहीं चाहते कि लॉकडाउन लगे। लॉकडाउन लगाना बहुत ही खतरनाक है। सबका रोजगार बंद हो जाता है। बिना लॉकडाउन लगाए हमें सख्ती करनी पड़ेगी। गहलोत शनिवार को मेडिकल सुविधाओं के वर्चुअल लोकार्पण समारोह में बोल रहे थे।

गहलोत ने कारेाना के मामले बढ़ने पर और सख्ती के संकेत दिए हैं। यह सातवां मौका है जब पिछले 10 दिन के अंतराल में सीएम गहलोत ने सख्ती की चेतावनी दी है। पिछले दिनों ही गृह विभाग ने गाइडलाइन जारी की थी, जिसमें आठ शहरों में नाइट कर्फ्यू लगाया था। इसके अलावा शादी समाराहों में 200 लोगों और अंतिम संस्कार में 20 से ज्यादा लोगों की लिमिट लगा दी है। कोरोना के मामले बढ़ने पर नाइट कर्फ्यू का दायरा और बढ़ सकता है।

गहलोत ने कहा कि हमें कोरोना की दूसरी लहर को गंभीरता से लेना होगा। पिछले साल 18 मार्च को राजस्थान में कारोना के 14 केस थे। इस बार 18 मार्च को 370 केस आए। आप सोच सकते हैं कहां पिछली साल 14 केस थे और पूरे राजस्थान में फैल गया। ​इस बार 370 पर पहुंच गए। हमारी तैयारी बहुत शानदार है। कैसे भी हालत बने मुकाबले को तैयार हैं। हमें ध्यान रखना होगा कि कोरोना फैले ही क्यों? हम चाहते हैं कोरोना राजस्थान में फैले ही नहीं। कई राज्यों में हालत बहुत खराब है, इसलिए हमें सजग और सतर्क रहना होगा।