प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने जी-20 शिखर सम्मेलन में शिरकत करने इन दिनों अर्जेंटीना में हैं। उन्होंने शुक्रवार को सम्मेलन शुरू होने से पहले अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और ब्रिटेन की प्रधानमंत्री टेरेसा मे से बातचीत की। तीनों नेताओं के बीच त्रिपक्षीय मसलों पर काफी देर तक बातचीत हुई। इस दौरान पीएम मोदी ने जीत को नए तरीके से परिभाषित किया। तीनों नेताओं ने संपर्क, सतत विकास, आतंकवाद निरोध और समुद्री, साइबर सुरक्षा जैसे वैश्विक और बहुपक्षीय हितों के सभी बड़े मुद्दों पर जोर दिया। उन्होंने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय कानून और सभी मतभेदों के शांतिपूर्ण हल पर आधारित मुक्त, खुला, समग्र और नियम आधारित व्यवस्था की ओर आगे बढ़ने पर अपने विचार साझा किए।
रणनीतिक महत्व के हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के अपनी शक्ति प्रदर्शित करने के मद्देनजर यह बैठक काफी मायने रखती है। मोदी ने साझा मूल्यों पर साथ मिलकर काम जारी रखने पर जोर देते हुए कहा, ‘JAI' (जापान, अमेरिका, भारत) की बैठक लोकतांत्रिक मूल्यों के प्रति समर्पित है...‘JAI’ का अर्थ जीत शब्द से है।’ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वह अपने सामरिक मित्र देशों के साथ मिलकर विश्व शांति कायम करने का काम करेंगे। तीनों राष्ट्र मिलकर विश्व शांति, समृद्धि और स्थिरता को बनाए रखने में एक बड़ी भूमिका निभाएंगे।
चौथी बार मिले मोदी-जिनपिंगअर्जेंटीना में मोदी-जिनपिंग की मुलाकात इस साल दोनों के बीच होने वाली चौथी मुलाकात थी। प्रधानमंत्री कार्यालय के मुताबिक, इस मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के दोनों देशों के मुद्दों पर और समस्याओं को सुलझाने के लिए रोडमैप बनाने को लेकर बातचीत हुई। भारत और चीन के बीच जिस तरह दक्षिण एशिया में वर्चस्व बनाने की होड़ है। इसे देखते हुए दोनों के बीच जी-20 में मुलाकात को अहम माना जा रहा है।
कालेधन पर भी हुई चर्चाजी-20 समिट में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काले धन पर भी चर्चा की। उसके खिलाफ दुनियाभर के सभी विकासशील देशों से एकजुट होने की अपील की। साथ ही मोदी ने उन खतरों की ओर भी ध्यान दिलाया, जिनका सामना आज पूरी दुनिया कर रही है। मोदी के मुताबिक, इनमें आतंकवाद और वित्तीय अपराध दो सबसे बड़े खतरे हैं।
ट्रंप ने की भारत के विकास की तारीफडोनाल्ड ट्रंप ने बैठक में भारत के आर्थिक विकास की सराहना की। ट्रंप ने कहा कि जिस तेजी से भारत विकास के रास्ते पर चल रहा है। उससे विश्व बाजार में अच्छे संकेत मिल रहे हैं। भारत-अमेरिका साथ मिलकर वैश्विक चुनौतियों का बेहतर तरीके से सामना कर सकते हैं।
जिनपिंग से हुई मोदी की बातइससे पहले मोदी ने इस इस समिट से अलग चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने कई अहम बैठकों में हिस्सा लिया। पीएम ने यहां सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान और संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुतारेस के साथ दो महत्वपूर्ण बैठक की। इसके अलावा प्रधानमंत्री ने भारतीय समुदाय को भी संबोधित किया।
सऊदी के क्राउन प्रिंस से भी मिले पीएम मोदीप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यहां सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान से भी मुलाकात की। इस दौरान दोनों नेता इंवेस्टमेंट, टेक्नोलॉजी, मेन्यूफेक्चरिंग, डिफेंस के क्षेत्र में ठोस काम करने की संभावनाओं के लिए एक व्यवस्था गठित करने पर सहमत हुए। इसके साथ ही क्राउन प्रिंस ने कहा कि सऊदी अरब भारत के राष्ट्रीय बुनियादी ढांचा कोष में शुरुआती निवेश को अंतिम रूप देगा।
चिली के राष्ट्रपति सेबस्टियन पिनेरा से भी मिले पीएम मोदीमोदी ने चिली के राष्ट्रपति सेबस्टियन पिनेरा से भी मुलाकात की और उनके साथ कारोबार, ऊर्जा, कृषि और स्वास्थ्य जैसे परस्पर हित के कई क्षेत्रों में सहयोग बढाने के तरीकों पर चर्चा की।