लखनऊ : रेलवे में भर्ती करवाने के नाम पर लाखों की ठगी, बना डाली फर्जी वेबसाइट, तीन गिरफ्तार

आजकल देखा जा रहा हैं कि बदमाश अपने गलत इरादों को कामयाब करने के लिए बेरोजगारों की मजबूरी का फायदा उठाते हैं और ठगी करते हैं। ऐसे ही एक गिरोह का लखनऊ में पुलिस द्वारा पर्दाफाश किया गया हैं जो रेलवे में भर्ती करवाने के नाम पर लाखों की ठगी करते थे। पुलिस ने इस गिरोह के तीन बदमाशों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस के मुताबिक जालसाजों ने बताया कि वे लोग रेलवे की फर्जी वेबसाइट के माध्यम से बेरोजगार युवकों व युवतियों का आवेदन पत्र स्वीकार कर लेते थे। प्रति व्यक्ति से 15 लाख रुपये लेकर उन्हें नौकरी देने का वादा करते थे। रकम मिलने के बाद उनका फर्जी रिजल्ट वेबसाइट पर अपलोड कर देते थे, जिससे उन्हें नौकरी मिलने का पूरा विश्वास हो जाए। इतना ही नहीं इसके बाद जालसाज उन लोगों को बुलाकर आलमबाग स्थित रेलवे कॉलोनी की एक पुरानी बिल्डिंग में प्रतिदिन ट्रेनिंग भी देते थे। अब गैंग के अन्य सदस्यों की तलाश की जा रही है।

इस गिरोह के खिलाफ गुजरात की क्राइम ब्रांच ने लखनऊ मध्य के डीसीपी सोमेन वर्मा को सूचना दी थी। इसके बाद गुजरात व लखनऊ पुलिस ने संयुक्त रूप से गिरोह के तीन सदस्यों को दबोच इनके पास से रेलवे से संबंधित कई दस्तावेज व कंप्यूटर बरामद किया है। सर्विलांस सेल स्वाट टीम सेंट्रल प्रभारी इंस्पेक्टर धर्मेंद्र कुमार के मुताबिक गुजरात राजकोट की क्राइम ब्रांच टीम से सूचना मिली थी कि कुछ लोग लखनऊ में बैठकर रेलवे की फर्जी वेबसाइट के जरिये युवाओं से लाखों की ठगी कर रहे हैं। इस जानकारी के बाद आरोपियों की तलाश शुरू की गई।

इंस्पेक्टर ने बताया कि शुक्रवार को सूचना मिली कि कुछ लोग पुरानी रेलवे बिल्डिंग में युवक व युवतियों को रेलवे में भर्ती करवाने के लिए ट्रेनिंग दे रहे हैं। इस पर दोनों टीमों ने मौके पर घेराबंदी कर तीन आरोपियों को दबोच लिया। पकड़े गए जालसाजों ने अपना नाम सुशांत गोल्फ सिटी निवासी हिमांशु पांडेय, पारा निवासी शशी प्रकाश गुप्ता व सूरज मौर्या बताया है। इसके साथ ही पुलिस ने वहां से तीन कंप्यूटर, दो उपस्थिति रजिस्टर, ट्रेनिंग की टीचिंग सामग्री, 10 विभिन्न प्रकार की रेलवे की फर्जी मुहरें, विभिन्न बैंकों की पासबुक व रेलवे का मानचित्र बरामद किया है।