नई दिल्ली। तेलुगु देशम पार्टी (TDP) प्रमुख और आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू को गिरफ्तार किया गया है। टीडीपी ने इस बारे में जानकारी दी है। भ्रष्टाचार के मामले में आपराधिक जांच विभाग (CID) ने शनिवार (9 सितम्बर) सुबह नायडू के खिलाफ कार्रवाई की। नायडू के खिलाफ 2021 में मामला दर्ज किया गया था।
नायडू को सुबह तड़के नांदयाल से उस समय गिरफ्तार किया गया, जब वे शहर के आरके फंक्शन हाल स्थित अपने कैंप में आराम कर रहे थे। उन्हें गिरफ्तार करने नांदयाल रेंज के डीआईजी रघुरामी रेड्डी और सीआईडी के नेतृत्व में भारी पुलिस फोर्स पहुंची थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक उन्हें विजयवाड़ा जेल में भेजा जा रहा है।
नायडू के बेटे नारा लोकेश हिरासत मेंसमाचार एजेंसी एएनआई ने बताया है कि चंद्रबाबू नायडू के बेटे और टीडीपी नेता नारा लोकेश को पूर्वी गोदावरी जिले में पुलिस ने हिरासत में लिया है। टीडीपी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लोकेश का वीडियो भी जारी करते हुए बताया है कि पुलिस ने उन्हें (लोकेश) चंद्रबाबू नायडू से मिलने जाने से रोक दिया।
इन धाराओं में मे दर्ज किया मुकदमा टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू को भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत गिरफ्तार किया गया। आंध्र के पूर्व मुख्यमंत्री चंद्रबाबू को आज सुबह 6 बजे गिरफ्तार किया गया। उनके खिलाफ आईपीसी की धारा 120(बी), 166, 167, 418, 420, 465, 468, 201, 109 के साथ 34 और 37 के तहत केस दर्ज किया गया है।
जमानत के लिए जाएंगे हाईकोर्ट तेलुगू देशम पार्टी ने आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम एन चंद्रबाबू नायडू का एक वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। वहीं टीडीपी प्रमुख चंद्रबाबू नायडू के वकील का कहना है कि हाई ब्लड प्रेशर और सुगर का पता चलने के बाद सीआईडी चंद्रबाबू को मेडिकल जांच के लिए ले गई है। वकील ने कहा कि पूर्व सीएम की जमानत के लिए हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा रहे हैं।
नायडू ने कहा, मैंने कोई भ्रष्टचार नहीं किया पुलिस हिरासत में जाने से पहले चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि मैंने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया है। सीआईडी ने बिना किसी उचित जानकारी के मुझे गिरफ्तार कर लिया और मैंने उनसे सबूत दिखाने के लिए कहा। लेकिन उन्होंने सबूत दिखाने से इनकार कर दिया और मेरी भूमिका के बिना मेरा नाम एफआईआर में जोड़ दिया।
क्या है मामला?चंद्रबाबू नायडू को आंध्र प्रदेश स्टेट स्किल डेवलपमेंट स्कैम (एपीएसएसडीएस) मामले में मुख्य आरोपी बनाया गया है। इस घोटाले में सैकड़ों करोड़ रुपये के गबन का आरोप है। 2016 में टीडीपी सरकार के कार्यकाल के दौरान बेरोजगार युवाओं को उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाने के लिए कौशल प्रशिक्षण प्रदान करके सशक्त बनाने के उद्देश्य से एपीएसएसडीसी की स्थापना की गई थी।
आंध्र प्रदेश सीईडी की तरफ से दर्ज एफआईआर के आधार पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी मनी लॉन्ड्रिंग रोकथाम अधिनियम के तहत कथित घोटाले की जांच कर रहा है। आरोप है कि मेसर्स डीटीएसपीएल, इसके निदेश और अन्य ने शेल कंपनी की मदद से बहुस्तरीय लेनदेन कर सरकारी धन का दुरुपयोग किया। फर्जीवाड़े के जरिए 370 करोड़ रुपये की धनराशि निकाल ली गई।
नायडू ने जताई थी गिरफ्तारी की आशंकाहाल ही में नायडू ने अपनी गिरफ्तारी की आशंका जताई थी। 6 सितंबर को अनंतपुर जिले के रायदुर्गम में जनता को संबोधित करते हुए टीडीपी सुप्रीमो ने कहा था, आज या कल वे (वाईएसआरसीपी सरकार) मुझे गिरफ्तार कर सकते हैं। वे मुझ पर हमला भी कर सकते हैं। एक नहीं, वे कई अत्याचार करेंगे।