बैंक खाता बंद कराने के लिए आपको करने होंगे ये 4 काम, इससे जुड़ी पूरी जानकारी

अगर आपका किसी बैंक (Bank) में सेविंग अकाउंट (Saving Account) है और आप उसको इस्तेमाल नहीं करते तो बेहतर होगा उसको जल्दी से बंद करा दे क्योंकि खाते में आपको मिनिमम बैलेंस मेनटेन करना होता है और आप मिनिमम बैलेंस मेनटेन नहीं करते है तो बैंक आपसे इसके लिए चार्ज भी वसूलता है। तो अगर आप अपना बैंक अकाउंट को बंद कराना चाहते है तो आपको ये चार काम करने होंगे...

पहला - आपको बैंक की ब्रांच जाकर क्लोजर फार्म भरना होगा। इस फॉर्म में खाता बंद करने की वजह बताना होगा। अगर आपका खाता ज्वाइंट खाता है तो फॉर्म पर सभी खाताधारकों का हस्ताक्षर जरूरी है। आपको एक दूसरा फॉर्म भी भरना होगा। इसमें आपको उस अकाउंट की जानकारी देनी होगी, जिसमें आप बंद होने वाले अकाउंट में बचा पैसा ट्रांसफर कराना चाहते हैं। अकाउंट बंद कराने के लिए आपको बैंक की शाखा में खुद जाना पड़ेगा।

दूसरा - बैंक आपसे इस्तेमाल नहीं की गई चेकबुक और डेबिट कार्ड बैंक क्लोजर फॉर्म के साथ जमा करने के लिए कहेगा, इसीलिए अपने साथ इन्हें ले जाना न भूलें।

तीसरा - आप खाता खोलने के 14 दिन बाद से लेकर एक साल पूरा होने से पहले उसे बंद कराते हैं तो आपको अकाउंट क्लोजर चार्ज देना पड़ सकता है। आम तौर पर एक साल से ज्यादा पुराने खाते को बंद कराने पर क्लोजर चार्ज नहीं लगता है।

चौथा - बैंक खाते में पड़े पैसा का भुगतान कैश सिर्फ 20,000 रुपये तक में हो सकता है। आपके पास इस पैसे को अपने दूसरे बैंक खाते में ट्रांसफर कराने का भी विकल्प है। इस बात का भी ध्यान रखें अगर आपके खाते में ज्यादा पैसा है तो क्लोजर प्रोसेस शुरू करने से पहले उसे दूसरे अकाउंट में ट्रांसफर कर दें। अकाउंट का अंतिम स्टेटमेंट अपने पास रखे, जिसमें अकाउंट क्लोजर का जिक्र हो। वही अगर आपके खाते से लोन, ट्रेडिंग, क्रेडिट कार्ड पेमेंट और बीमा से जुड़े पेमेंट लिंक है तो उन सब को डी-लिंक कराएं। अगर आपके इस बैंक खाते से कोई दूसरा खाता लिंक है तो पहले अपने दूसरे बैंक अकाउंट को इस तरह के पेमेंट से लिंक कर दें। अकाउंट बंद करते वक्त आपको डी-लिंकिंग अकाउंट फॉर्म भरना पड़ सकता है।