चित्तौड़गढ़ : कोविड सेंटर से फरार हो गए 5 विचाराधीन कैदी, तोडा छत का दरवाजा और सोते रहे सुरक्षाकर्मी

जिला चिकित्सालय में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया हैं जहां 5 विचाराधीन कैदीयों को संक्रमित पाए जाने के बाद क्वारेंटाइन किया गया था। लेकिन यहां से वो छत का दरवाजा तोड़ भाग गए और सुरक्षाकर्मी इस दौरान सोते रह गए। गार्ड ने इसकी सूचना आला अधिकारियों को दी तो हड़कंप मच गया। मौके पर एएसपी हिम्मत सिंह देवल, डिप्टी मनीष शर्मा और थाना अधिकारी दर्शन सिंह पहुंच गए थे। घटना की सूचना मिलने पर कंट्रोल रूम से बोलकर पूरे शहर में नाकाबंदी शुरू कर दी। इसके साथ ही एएसपी ने तुरंत दरवाजे को वेल्डिंग कर पूरी तरह से बन्द करने के लिए कहा। अभी तक बन्दियों का पता नहीं चला।

चिकित्सालय में कैदियों के लिए अलग से क्वारेंटाइन सेंटर बना है। भागने वाले कुलदीप, पिंटू, मुकेश उर्फ पप्पू, संजय, पप्पू अलग-अलग थानों में पकड़े गए थे। इनको गिरफ्तार करने के बाद इनका सैंपल लिया गया था, जो पॉजिटिव आया था। इसके बाद इनको यहां क्वारेंटाइन किया गया था। इनके अलावा यहां 4 और विचाराधीन कैदी क्वारेंटाइन हैं। खास बात यह है कि इंचार्ज सहित 6 गार्ड की ड्यूटी थी। इसके बावजूद भागने की हवा इनलोगों को नहीं लगी।

सुबह एक अन्य कैदी ने गार्ड को पांचों के फरार होने की सूचना दी। जब गार्ड ने अंदर जाकर देखा तो 5 कैदी मौके पर नहीं थे। जांच करने पर पता चला कि कैदियों ने छत के दरवाजे को ऊंचा कर दिया था। इसके बाद छत के रास्ते से पास के मोर्चरी गृह के छत पर छलांग लगाकर भाग निकले। मोर्चरी गृह के छत की ऊंचाई भी काफी कम है, इसलिए उन्हें भागने में भी आसानी हुई।