जैसलमेर : झोंपड़े में अचानक लगी आग से हुआ हादसा, जिंदा जली एक साल की मासूम बच्ची

जैसलमेर के नोख उपतहसील क्षेत्र के बीठे का गांव के पास एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया जिसमें खेत में रहवासी झोंपड़े में अचानक आग लग जाने के कारण उसमें सो रही एक वर्षीय बच्ची जसोदा परिजनों के देखते देखते जिंदा जल गई। आगजनी में बालिका की मौत की सूचना पाकर नोख पुलिस घटना स्थल पर पहुंची। नोख थानाधिकारी तथा अन्य पुलिसकर्मियों ने घटना स्थल का जायजा लेते हुए मौका मुआयना किया। इसके साथ ही बालिका के शव को परिजनों को सुपुर्द किया।

चंपालाल के परिवार पर आफत के बादल टूट पड़े जब उनकी आंखों के सामने उनकी एक साल की मासूम बच्ची जसोदा जिंदा आग की आगोश में समा गई। आग इतनी भयंकर थी माता पिता अपनी बच्ची को बचाने के लिए तड़पते रहे। वहीं झोपड़े में बच्ची को जिंदा जलते देख उसकी माता बेहोश हो गई। जानकारी के अनुसार चंपालाल मेघवाल निवासी कानासर का परिवार मेघसिंह भाटी बीठे का गांव की जमीन हिस्से पर ले रखी थी। चंपालाल के 4 बच्चियां हैं। गरीब परिवार अपना व अपने परिवार का लालन पालन जमीन हिस्से पर लेकर खेती करके ही गुजारा करता है।

गुरुवार की शाम को चंपालाल मेघवाल व उसका परिवार अपनी बच्चियों को रहवासी झोंपड़े में छोड़ कर 200 मीटर दूर खेत में चने की फसल की कटाई कर रहे थे। बड़ी बच्ची अपने गांव में होने के कारण अन्य तीन बच्चियां झोंपड़े में थी। एकाएक झोंपड़े में आग लग गई। वहीं देखते ही देखते आग ने विकराल रूप ले लिया। आग लगने के साथ ही झोंपड़े में बैठी दो बालिकाओं ने बाहर भाग कर अपनी जान बचाई। लेकिन जसोदा झोंपे में ही रह गई। वहीं बच्चियों के जोर जोर से चिल्लाने पर चंपालाल व अन्य भागते हुए पहुंचे। तब तक आग ने झोंपे को पूरी तरह से घेर लिया। आग इतनी भयंकर थी कि उस पर काबू पाना मुश्किल हो गया। वहीं झोंपड़े में छूटी एक वर्षीय बालिका जसोदा की मौत हो गई।