नई दिल्ली। आने वाले दिनों में तंबाकू क्षेत्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) पर प्रतिबंध लगाए जा सकते हैं। मामले से जुड़े सूत्रों ने सीएनबीसी-आवाज़ को बताया कि सरकार सिगरेट बनाने वाली कंपनियों के लिए एफडीआई प्रतिबंधों का दायरा बढ़ाने पर विचार कर रही है।
रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि यह प्रस्ताव फिलहाल वाणिज्य मंत्रालय के समक्ष विचाराधीन है और इसे मंजूरी के लिए कैबिनेट के पास भेजा जा सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, इसमें प्रौद्योगिकी समझौतों में विदेशी निवेश को प्रतिबंधित करना भी शामिल हो सकता है।
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि प्रस्ताव के अनुसार, तम्बाकू उत्पादों की किसी भी फ्रेंचाइजी, ट्रेडमार्क और तम्बाकू तथा इसी तरह के अन्य उत्पादों की किसी भी ब्रांडिंग में एफडीआई पर जल्द ही प्रतिबंध लगाया जा सकता है।
वर्तमान में, सरकारी नियमों के तहत तम्बाकू उत्पादों के विनिर्माण में किसी भी प्रकार की एफडीआई की अनुमति नहीं है।
रिपोर्ट के बाद आईटीसी, गॉडफ्रे फिलिप्स, वीएसटी इंडस्ट्रीज, एनटीसी इंडस्ट्रीज और गोल्डन टोबैको के शेयरों में 1-3 प्रतिशत तक की गिरावट आई।