सिंधु बॉर्डर पहुंचे दिलजीत दोसांझ, बोले- आने वाली पीढ़ियों को सुनाया जाएगा ये इतिहास

कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों के प्रदर्शन का आज 10वां और अहम दिन था। किसानों और सरकार के बीच शनिवार को दोपहर करीब सवा दो बजे से शाम तक पांचवें दौर की बातचीत हुई, जो बेनतीजा रही। अब 9 दिसंबर को फिर बात होगी। यह बैठक सुबह 11 बजे से शुरू होगी। वहीं, इसी बीच पंजाबी सिंगर और एक्टर दिलजीत सिंह दोसांझ (Diljit singh dosanjh) शनिवार को सिंधु बॉर्डर (हरियाणा-दिल्ली बॉर्डर) पर प्रदर्शन कर रहे किसानों (Farmer Protest) से मिलने के लिए पहुंचे।

किसानों से मुलाकात के बाद दिलजीत दोसांझ ने उन्हें संबोधित किया। उन्होंने कहा, 'हमारा केंद्र से सिर्फ एक अनुरोध है कि कृपया किसानों की मांगों को पूरा करें। यहां सभी लोग शांति से बैठे हैं और पूरा देश किसानों के साथ है।'

दोसांझ ने कहा, आप सभी को सलाम, किसानों ने एक नया इतिहास रचा है। यह इतिहास आने वाली पीढ़ियों को सुनाया जाएगा। किसानों के मुद्दों को किसी के द्वारा भी मोड़ना नहीं चाहिए।

सरकार के साथ जारी बैठक में किसानों ने कहा, हम कॉरपोरेट फार्मिंग नहीं चाहते। इस कानून से सरकार को फायदा होगा, किसानों को नहीं। हम पिछले कई दिनों से सड़कों पर हैं। हमारे पास एक साल की व्यवस्था है। अगर सरकार यही चाहती है तो हमें कोई दिक्कत नहीं। हम हिंसा का रास्ता भी नहीं अपनाएंगे। इंटेलीजेंस ब्यूरो आपको बता देगी कि हम धरनास्थल पर क्या कर रहे हैं।

साथ ही कहा कि अब और बातचीत नहीं चाहते, सरकार समाधान निकाले। लंच ब्रेक में किसानों ने आज भी सरकारी खाना नहीं, बल्कि अपना लाया हुआ खाना ही खाया। वे पानी तक साथ लाए थे। इससे पहले गुरुवार की मीटिंग में भी किसान खाना साथ लाए थे।