आंदोलन होगा और तेज, कल दिल्ली पहुंचेंगे राजस्थान के किसान, भूख हड़ताल का किया ऐलान

किसान आंदोलन और तेज होता जा रहा है। शनिवार को किसान नेता कमल प्रीत सिंह ने कहा कि रविवार को राजस्थान के हजारों किसान आंदोलन को समर्थन देने के लिए दिल्ली आ रहे हैं। इस दौरान वे दिल्ली-जयपुर हाईवे को ब्लॉक करेंगे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने हमारे आंदोलन खत्म करने के लिए कई हथकंडे अपनाए, लेकिन हमने सब फेल कर दिया।

कमल प्रीत ने कहा कि सरकार ने हमें बांटने की भरपूर कोशिश की। जीत मिलने तक हम लोग शांतिपूर्ण प्रदर्शन करेंगे। 14 दिसंबर को सिंघु बॉर्डर पर कई किसान नेता एक साथ मंच पर आएंगे और भूख हड़ताल करेंगे। हमारी मांग है कि तीनों कानूनों को वापस लिया जाए। हम किसी भी तरह के बदलाव के पक्ष में नहीं हैं।

उधर, किसानों और विपक्ष के विरोध का सामना कर रही बीजेपी ने देश के अलग-अलग शहरों में 700 चौपाल का आयोजन करने का फैसला लिया है। बीजेपी के इस निर्णय पर किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि कानून लाने से पहले 700 चौपाल लगाना चाहिए था। लेकिन 700 से भी क्या होगा। देश तो बहुत बड़ा है। 7 हजार चौपाल लगानी चाहिए।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि हमने हमेशा कहा कि बिल गांव में बनना चाहिए। दिल्ली की कोठियों में बना हुआ बिल देश के किसानों को मंजूर नहीं है। सरकार को चौपाल कानून लाने से पहले गांव में लगाना चाहिए था। राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार तीनों कृषि कानूनों को वापस ले। एमएसपी पर कानून बनाना पड़ेगा। इन मांगों के साथ हम आंदोलन करने आए हैं। ये बात हम वार्ता के दौरान सरकार के सामने रख भी रहे हैं।

प्रधानमंत्री मोदी कहते हैं तीनों कानून किसानों के फायदे के लिए हैं। इस पर राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार वो फॉर्मूला हमें भी बता दे जिससे किसानों को फायदा मिलेगा। एमएसपी कानून में शामिल नहीं है। ये तो व्यापारियों के हित में है।

इस बीच, किसान नेता गुरनाम सिंह ने बताया कि किसानों की पंजाब से आने वाली कई ट्रॉलियों को सरकार ने रोक लिया है। हम लोग सरकार से अपील करते हैं कि वो किसानों को दिल्ली पहुंचने दें। अगर सरकार 19 दिसंबर से पहले हमारी मांगे नहीं मानती है तो हम गुरु तेग बहादुर के शहादत दिवस से भूख हड़ताल भी शुरू करेंगे।