किसान आंदोलन: विदेशी हस्तियों के ट्वीट पर अमित शाह का बड़ा बयान, कोई प्रोपेगेंडा देश की एकता को नहीं तोड़ सकता

किसान आंदोलन बुधवार को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में आ गया। दुनिया की कुछ बड़ी हस्तियां आंदोलन के सपोर्ट में आ गईं। भारतीय हस्तियों ने पलटवार किया और बहकावे में न आने की अपील की। विदेश मंत्रालय ने भी अपील की कि अपनी बात रखने से पहले मुद्दे को समझ लें। वहीं, किसान आंदोलन को लेकर छिड़े घमासान के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट के जरिए पलटवार करते हुए कहा कि कोई प्रोपेगेंडा देश की एकता को नहीं तोड़ सकता। एकजुट होकर प्रगति की ओर चलेंगे। कोई भी दुष्प्रचार भारत को ऊंचाइयों तक जाने से नहीं रोक सकता। गृहमंत्री अमित शाह ने ये बातें विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव के ट्वीट पर लिखी हैं। उन्होंने हैशटैग का भी जिक्र किया है #IndiaAgainstPropaganda, #IndiaTogether।

आपको बता दे, कृषि कानूनों को लेकर पॉप स्टार रिहाना, पर्यावरणविद ग्रेटा थनबर्ग, पूर्व एडल्ट स्टार मिया खलीफा और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने टिप्पणी की है। इस पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने बयान जारी किया है। पॉप स्टार रिहाना ने अपने ट्विटर पर किसान आंदोलन पर लिखा था कि हम इस बारे में बात क्यों नहीं कर रहे? वहीं पर्यावरणविद ग्रेटा थनबर्ग ने कहा था कि हम भारत में किसानों के प्रदर्शन में एकजुटता से खड़े हैं। रिहाना के ट्वीट के बाद कंगना रनौत, करण जौहर, सचिन तेंदुलकर, सुनील शेट्टी, अजय देवगन और अक्षय कुमार समेत कई इंडियन सेलिब्रिटीज ने देश की एकता बनाए रखने पर जोर दिया। इन्होने इंडियाटुगेदर हैशटैग के साथ केंद्र सरकार का समर्थन किया है। साथ ही विदेशी हस्तियों द्वारा किसान आंदोलन पर प्रतिक्रिया देने को प्रोपेगेंडा बताया है। अभिनेता अक्षय कुमार ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कहा है कि सरकार किसानों की समस्या का समाधान कर रही है।

किसानों के मुद्दे पर विदेशी हस्तियों के ट्वीट पर सरकार ने भी सख्त नाराजगी जताई है। इस मामले में सरकार की ओर से जवाब सामने आया है। विदेशी हस्तियों और संस्थाओं द्वारा हाल की टिप्पणियों पर विदेश मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि ये सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग और कमेंट्स को लेकर प्रलोभन है। इस तरह की टिप्पणियां न तो सटीक और न ही जिम्मेदार हैं। खासकर जब मशहूर हस्तियों और अन्य लोगों द्वारा इसको लेकर बयान सामने आए। सरकार की ओर से कहा गया है कि ऐसी टिप्पणियां करने से पहले सच्चाई जान ली जानी चाहिए और मुद्दों की उचित समझ की जाए। बिना जानकारी के कुछ भी कहना गलत है। भारत की संसद ने पूर्ण बहस और चर्चा के बाद कृषि क्षेत्र से संबंधित सुधारवादी कानून पारित किए हैं।

ट्विटर को सरकार की चेतावनी

किसान आंदोलन के दौरान पिछले दिनों हैशटैग मोदी प्लानिंग फार्मर जेनोसाइड के साथ ट्विटर पर कुछ कंटेंट पोस्ट किया गया था। इस पर सरकार ने ट्विटर को कुछ अकाउंट्स को सस्पेंड करने के आदेश दिए थे। ट्विटर ने उन अकाउंट्स को सस्पेंड तो किया, लेकिन वे फिर से एक्टिव हो गए। सरकार ने इस पर ट्विटर को चेतावनी दी है कि वह निर्देश मानने के लिए बाध्य है। अगर वह नियमों-आदेशों का उल्लंघन करता है तो खुद के खिलाफ कानूनी कार्रवाई को न्यौता दे रहा है।