कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन का आज 43वां दिन है। किसान संगठन आज सुबह 11 बजे से गाजीपुर बॉर्डर से पलवल तक टैक्टर यात्रा निकालेंगे। उनका दावा है कि इस मार्च में 60 हजार ट्रैक्टर शामिल होंगे। यह मार्च सिंघु बॉर्डर से टिकरी, टिकरी से शाहजहांपुर, गाजीपुर से पलवल और पलवल से गाजीपुर तक निकाला जाएगा।
बता दे, 8 जनवरी को किसानों की सरकार के साथ 9वें दौर की बातचीत तय है, लेकिन इससे पहले आज किसान बड़ा प्रदर्शन करने वाले हैं। अगर 8 जनवरी की बैठक से हल नहीं निकला तो 9 जनवरी को कृषि कानून की कॉपी जलाने की तैयारी है। साथ ही 9 जनवरी से ही हरियाणा में किसान संगठन घर-घर जाकर लोगों से संपर्क शुरु करेंगे और 26 जनवरी के दिन दिल्ली में ट्रैक्टर परेड की चेतावनी दी गई है। आज का मार्च उसी का ट्रेलर होगा। हरियाणा के किसान संगठनों ने हर गांव से 10 महिलाओं को 26 जनवरी के लिए दिल्ली बुलाया है।
UP के किसानों ने कहा कि गणतंत्र दिवस पर ट्रैक्टर मार्च की अगुआई महिलाएं ही करेंगी। हरियाणा की करीब 250 महिलाएं ट्रैक्टर चलाने की ट्रेनिंग ले रही हैं।
जोरदार प्लानिंग के साथ निकलेगा ट्रैक्टर मार्चआज अन्नदाता अपने ट्रैक्टर पर सवार होंगे और देश की राजधानी के चारों ओर बने पेरिफेरल एक्सप्रेसवे पर सरकार को अपनी ताकत दिखाएंगे। ट्रैक्टर मार्च के लिए किसानों ने जोरदार प्लानिंग और तैयारी की है। सुबह 11 बजे चार जत्थे एक साथ अलग-अलग स्थानों से रवाना होंगे। पहला जत्था सिंधु बॉर्डर से टिकरी बॉर्डर की तरफ जाएगा। इस जत्थे की शुरुआत कुंडली में केएमपी के एंट्री पॉइंट पर होगी। दूसरा जत्था टिकरी बॉर्डर से कुंडली की तरफ जाएगा जिसकी शुरुआत सांपला में केएमपी का एंट्री पॉइंट होगा। पहला और दूसरा जत्था सांपला और कुंडली के मिड प्वाइंट को छूकर वापस अपने शुरुआती बिंदु पर पहुंच जाएंगे।
तीसरा जत्था गाजीपुर से पलवल की तरफ जाएगा, जिसकी शुरुआत डासना में केएमपी के एंट्री पॉइंट पर होगी। चौथा जत्था रेवासन से पलवल की तरफ जाएगा जिसकी शुरुआत रेवासन में केएमपी के एंट्री पॉइंट पर होगी। ये दोनो जत्थे पलवल से अपने प्रस्थान बिंदु पर वापिस आ जाएंगे। पांचवा जत्था ढासा बॉर्डर से मानेसर तक जाएगा और फिर अपनी शुरुआत बिंदु पर लौटेगा।
आज होने वाली ट्रैक्टर रैली को देखते हुए पुलिस की ओर से पुख्ता बंदोबस्त किया गया है। जिसको लेकर हरियाणा और गाजियाबाद की पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है। इसके साथ ही एक्सप्रेसवे के ट्रैफिक को डायवर्ट किया है। हरियाणा से आने वाली गाड़ियां करनाल और पानीपत की ओर से यूपी की तरफ डायवर्ट की जाएंगी।
सुप्रीम कोर्ट में 11 जनवरी को सुनवाईकृषि कानून रद्द करने की अर्जी पर सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता और अटॉर्नी जनरल के के वेणुगोपाल से कहा कि स्थिति में कोई सुधार नहीं है। साथ ही कहा कि किसानों की हालत समझते हैं। अब 11 जनवरी को सुनवाई होगी। उधर, पंजाब के CM अमरिंदर सिंह ने भी कृषि कानूनों के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट जाने की बात कही है।