Farmers Protest : आंदोलन में शामिल एक किसान की दिल का दौरा पड़ने से मौत

सिंधु और टिकरी बॉर्डर पर हजारों की तादाद में किसान 26 नवंबर से प्रदर्शन कर रहे हैं। इधर, उत्तर प्रदेश से दिल्ली में प्रवेश करने वाले मुख्य रास्ते गाजीपुर बॉर्डर पर भी रविवार को किसान प्रदर्शन कर रहे थे। वहीं, किसानों के आंदोलन में शामिल एक और किसान की रविवार देर रात दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई। बहादुरगढ बाईपास पर न्यू बस स्टैंड के पास उनकी मौत हुई। मृतक गज्जन सिंह लुधियाना समराला के खटरा भगवानपुरा गांव के रहने वाले थे। मृतक की उम्र करीबन 50 साल थी और वो किसान आंदोलन में शामिल थे। किसान के पार्थिव शरीर को नागरिक अस्पताल में रखवाया गया है।

आपको बता दे, दिल्ली-हरियाणा की सीमा पर प्रदर्शन कर रहे किसानों के धरने का आज पांचवां दिन है। नए कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने रविवार को सिंधु बॉर्डर से हटने से इनकार कर दिया है। इस के साथ ही किसान संगठनों के नेताओं ने देश की राजधानी में प्रवेश के सभी 5 रास्तों को बंद करने की चेतावनी दी है। किसान संगठनों ने दिल्ली के बुराड़ी ग्राउंड में आने पर बातचीत करने की सरकार की अपील को ठुकराते हुए कहा कि वे दिल्ली की सीमाओं पर ही डटे रहेंगे।

ट्रैक्टर मिस्त्री की भी मौत

इससे पहले दिल्‍ली कूच करने के लिए चले पंजाब के किसानों के ट्रैक्टर ठीक करने आए मैकेनिक की स्विफ्ट कार में रात को आग लग गई। इसमें वह जिंदा जल गया। सुबह पता चलने पर पुलिस ने पहुंचकर शव को गाड़ी से निकालना और पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।

पुलिस अधीक्षक राजेश दुग्गल ने बताया कि जनकराज धनवाला मंडी निवासी अपने साथी किसानों हरप्रीत, गुरप्रीत व गुरजंट सिंह के साथ शनिवार रात करीब 11:30 बजे बहादुरगढ़ आया था। वह आंदोलन में शामिल किसानों के ट्रैक्टरों की मरम्मत करने के लिए आया था। रात को सभी अपने-अपने ठिकाने पर सोने चले गए। रात करीब 1:30 बजे गाड़ी में शार्ट सर्किट के कारण अचानक आग लग गई। उसके साथियों और वहां पर मौजूद किसानों ने कोशिश कर आग बुझा दी लेकिन आग से ज्यादा झुलसने के कारण जनकराज की गाड़ी के अंदर ही मौत हो गई।

ट्रक की टक्कर से किसान की मौत

वहीं भिवानी में शुक्रवार को दिल्ली कूच कर रहे किसान की सड़क हादसे में मौत हो गई थी। हादसा भिवानी जिले के मुंढाल गांव के पास बैरियर पर हुआ था। एक ट्रक ने दिल्ली कूच कर रही किसानों की ट्रैक्टर ट्राली को पीछे से टक्कर मार दी थी। जिससे ट्रैक्टर में सवार 45 वर्षीय धन्ना सिह नामक किसान की मौके पर ही मौत हो गई थी। धन्ना सिंह पंजाब के खयाली चेहला वाली गांव जिला मानसा थाना चनीर निवासी था।

बता दे, भारतीय किसान यूनियन (लाखोवाल) के जनरल सेक्रेटरी हरेंद्र सिंह लाखोवाल ने कहा कि सभी किसान संगठनों ने फैसला लिया है कि वे सिधु बॉर्डर पर ही बैठे रहेंगे और आने वाले दिनों में दिल्ली की ओर जाने वाली अन्य सड़कों को भी जाम करेंगे। उन्होंने कहा कि यह पंजाब के 30 किसान संगठनों का फैसला है। प्रदर्शनकारी किसान जंतर-मंतर या रामलीला मैदान में प्रदर्शन करने की इजाजत मांग रहे हैं। लेकिन केंद्र ने कोरोना गाइडलाइंस का हवाला देते हुए उन्हें प्रदर्शन देने से इनकार कर दिया है। बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शनिवार को किसानों से दिल्ली के बुराड़ी ग्राउंड आकर प्रदर्शन करने की अपील करते हुए उन्हें आश्वासन दिया था कि बुराड़ी ग्राउंड शिफ्ट होने के दूसरे दिन ही भारत सरकार उनके साथ चर्चा के लिए तैयार है।