जयपुर में बुधवार को प्रॉपर्टी व्यवसायी डूंगरराम ने अपनी पत्नी और बच्चों सहित जहर खा लिया था। इस घटना में डूंगरराम, उसकी पत्नी सुमन, बेटे जितेन्द्र और बेटी खुशबू की मौत हो गई। वहीं सबसे छोटा बेटा धर्मेन्द्र अभी अस्पताल में भर्ती है और उसकी हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस को यहां तलाशी में एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें व्यवसाय में घाटे की बात कही गई थी और यह भी लिखा हुआ था कि उसने किसी बाबा विश्वम्भर दास को रुपए दे रखे है, जो उसे लौटा नहीं रहा है और इसी कारण वह परिवार सहित आत्महत्या कर रहा है।
पुलिस ने देर रात इस बाबा को उसके आश्रम से हिरासत में ले लिया और पूछताछ कर रही है। पुलिस के अनुसार, पूछताछ में यह सामने आया कि नेपाल से आया यह बाबा कुछ वर्षों से जयपुर में रह रहा है और डूंगरराम व्यापार में घाटा होने के बाद कर्ज में डूब गया था। बाबा ने उसे घाटा खत्म करने और फिर से व्यापार अच्छा बनाने के लिए तंत्र-मंत्र का झांसा दिया और काफी रुपए ऐंठ लिए। डूंगरराम ने अपना घर भी इस बाबा के नाम कर दियाा था, लेकिन इस सबसे कोई फायदा नहीं हुआ तो दोनों के बीच कहासुनी हुई और हारकर आखिर डूंगरराम ने परिवार सहित आत्महत्या करने जैसा कदम उठा लिया। पुलिस इस बाबा से आगे की पूछताछ कर रही है।