भीलवाड़ा : अंधविश्वास के चलते मासूम के पेट पर गर्म सलाखों से दागा, गई बच्ची की जान

बुधवार को भीलवाड़ा में अंधविश्वास का वीभत्स नजारा देखने को मिला जहां 2 माह की बच्ची की तबीयत बिगड़ने पर उसके पेट पर गर्म सलाखों से दागा गया जिससे उसकी तबियत और खराब हो गई और मंगलवार देर रात मासूम ने शहर के महात्मा गांधी अस्पताल के शिशु वार्ड में दम तोड़ दिया। बाल कल्याण समिति के सदस्य ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी है। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों को सौंप दिया है। पिछले एक माह में इस तरह का यह दूसरा मामला है। इस तरह के मामले में तांत्रिक की बातों में आकर परिजन अंधविश्वासी बन जाते हैं और मासूमों पर जुल्म करते हैं। कुछ मामलों में तो तांत्रिकों की गिरफ्तारी तक हुई है। करीब 2 साल पहले तो ऐसे मामलों में 7 लोगों की गिरफ्तारी हुई थी।

बाल कल्याण समिति के सदस्य फारूख खान पठान ने बताया कि राजसमंद जिले के रेलमगरा क्षेत्र की सपना पुत्री भेरूलाल बगड़िया मात्र 2 माह की थी। उसे 17 अप्रैल काे एमजीएच में भर्ती करवाया गया था। बताया गया कि बच्ची के बीमार हाेने पर परिजनाें ने उसके पेट पर 3 जगह डाम लगवाया (गर्म सलाखों से दगवाना) था। इससे उसकी तबीयत और बिगड़ गई। पठान ने बताया कि लगभग 25 दिन पहले भी आमेट राजसमंद में इस तरह की घटना हुई थी। तब भी इसी तरह पीड़ित बच्चे की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। फारूख ने राजसमंद बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल और रेलमगरा थाना पुलिस को सूचना दी है।