रिपब्लिकडे अर्थात गणतंत्र दिवस जिसे पूरे देश में बड़े जोर शोर से मनाया जाता हैं। इस दिन पूरे देश में हर जगह पूरे उत्साह के साथ ध्वजारोहण किया जाता हैं, हांलाकि देशभक्ति का ऐसा जोश सभी के दिल में साल के हर दिन होना चाहिए। इस दिन देश की राजधानी दिल्ली में राष्ट्रपति के द्वारा लाल किले पर ध्वजारोहण किया जाता हैं। इस समारोह के आकर्षण का केंद्र होता है गणतंत्र दिवस की परेड जिसमें एक कदम-ताल में जवान अपने वीरता और शौर्य की झलक लेते हुए सम्मान के साथ सीना ताने चलता हैं। आज हम आपको रिपब्लिकडे परेड से जुडी कुछ अनोखी बातें बताने जा रहे हैं, जिनके बारे में आप शायद ही जानते होंगे।
* गणतंत्र दिवस की परेड के दौरान राष्ट्रपति को 21 तोपों की सलामी दिए जाने की प्रथा है। दरअसल, 21 तोपों की यह सलामी 21 बंदूकों से नहीं, बल्कि भारतीय सेना की 7 तोपों (जिन्हें '25 पाउंडर्स' कहा जाता है) से दी जाती है। जैसे ही राष्ट्रपति के बॉडीगार्ड के सीओ राष्ट्रपति को सलामी देते हैं, उसी समय ये तोपें फायर की जाती हैं। राष्ट्रगान शुरू होते ही पहली सलामी दी जाती है और ठीक 52 सेकंड बाद आखिरी सलामी दी जाती है। ये तोपें 1941 में बनी थीं, और आर्मी के हर समारोह में इनका प्रयोग किया जाता है।
* गणतंत्र दिवस समारोह के पहले सेकंड से लेकर आखिरी सेकंड तक का कार्यक्रम काफी अनुशासित ढंग से तय होता है। मतलब, अगर समारोह 1 मिनट की देरी से शुरू हुआ तो 1 मिनट की देरी से ही खत्म होगा।
* 26 जनवरी को मार्च पास्ट करने वाली टुकड़ियों का दिन सुबह 2 बजे ही शुरू हो जाता है, और 3 बजते-बजते ये टुकड़ियां राजपथ पर होती हैं। इसकी तैयारी एक साल पहले जुलाई से ही शुरू हो जाती हैं। फाइनल इवेंट से पहले ये टुकड़ियां 600 घंटे की हार्ड ड्रिल प्रैक्टिस कर चुकी होती हैं।
* राजपथ पर हर झांकी 5 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चलती है, ताकि अतिथि उन्हें अच्छी तरह देख सकें। झांकी के आगे-आगे चलने वाला सिपाही देखा है? वह संगीत की ताल पर मार्च करता है और झांकी का ड्राइवर छोटी सी खिड़की से उसे देखता रहता है। है न अच्छा तरीका ताल से ताल मिलाने का।
* परेड का बेस्ट पार्ट है फ्लाईपास्ट, जिसका चार्ज वेस्टर्न एयर कमांड के पास है। आपको पता नहीं होगा, फ्लाईपास्ट के लिए मौसम की रियल टाइम मॉनिटरिंग की जाती है, और तभी यह तय किया जाता है कि हेलिकॉप्टर और विमान उड़ेंगे या नहीं।
* देश में निर्मित हेलीकॉप्टर रुद्र का जलवा इस बार राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड के दौरान दिखेगा। भारतीय वायु सेना के अधिकारियों ने कहा कि रूद्र हेलीकॉप्टर को पहली बार 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस परेड में शामिल किया जाएगा। ग्रुप कैप्टन राहुल भसीन ने बताया कि भारतीय वायु सेना के फ्लाईपास्ट में 38 एयरक्राफ्ट होंगे जिसमें 21 फाइटर, 12 हेलीकॉप्टर और 5 ट्रांसपोर्टर शामिल हैं। फ्लाइपास्ट में आसियान का झंडा लिए एक Mi-17 V5 हेलीकॉप्टर भी होगा।