केंद्रीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ट्वीटर के जरिये आने वाली शिकायत-समस्याओं पर फौरन कार्रवाई के लिए जानी जाती हैं। ऐसे कई मौके सामने आ चुके हैं जब लोगों ने ट्वीट कर उनसे मदद मांगी है और सुषमा स्वराज ने उनकी मदद की है। ऐसा एक मामला फिर सामने आया है। इस बार उन्होंने एक बुजुर्ग दंपति की मदद की है। दरअसल, 27 मई को रात 9.24 बजे गुजरात के रहने वाले 72 वर्षीय हरिप्रसाद पंडित ने अपनी पत्नी के पासपोर्ट नवीनीकरण में देरी से आहत होकर एक ट्वीट किया। इस ट्वीट में सुषमा स्वराज को टैग करते हुए उन्होंने लिखा कि यदि अधिकारी 10 जून तक उनकी पत्नी संतोष बेन का पासपोर्ट जारी नहीं करते तो वह पत्नी समेत 15 जून को अहमदाबाद में क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय के बाहर आत्महत्या कर लेंगे। उन्होंने ट्वीट में अपना फाइल नंबर, नाम, मोबाइल नंबर समेत अन्य ब्योरा भी दिया।
हरिप्रसाद पंडित के इस ट्वीट के बाद विदेश मंत्री सुषमा स्वराज तुरंत दंपति की मदद के लिए आगे आईं और उन्होंने अधिकारियों को मामले को देखने का निर्देश दिया और मामले की रिपोर्ट तलब की। सुषमा स्वराज ने हरिप्रसाद पंडित के ट्वीट पर ही गुजरात के क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय अधिकारी नीलम रानी को तत्काल मामले को देखने और रिपोर्ट देने का निर्देश दिया।
उन्होंने ट्वीट में कहा , ‘संतोष बहन को आज ही बुलाइये और उनकी शिकायत समझिए। यह मामला क्या है, मुझे इसके बारे में रिपोर्ट भी भेजिये ’। सुषमा स्वराज के निर्देश के बाद नीलम रानी ने संतोष बेन को फोन किया और उनसे अहमदाबाद स्थित क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय आने को कहा।
हरिप्रसाद ने पीटीआई को बताया कि वह पत्नी संतोष बेन को गुर्दे के इलाज के लिए स्पेन ले जाना चाहते थे, क्योंकि उनका बेटा और परिवार वहीं रहता है। ट्वीट करने के बाद एक अधिकारी ने मुझे और मेरी पत्नी को क्षेत्रीय पासपोर्ट कार्यालय आने को कहा।क्योंकि मैं स्वस्थ नहीं हूं, इसलिए मैंने अधिकारी से कहा कि हम कल आ सकते हैं।
मेरे पासपोर्ट का मुद्दा पिछले आठ महीने से लटका है। हालांकि पासपोर्ट अधिकारी रानी ने कहा कि 2007 में जारी पुराने पासपोर्ट में संतोष बेन का जन्मस्थान राजस्थान लिखा है। अब नवीनीकरण आवेदन में वह इसे उत्तर प्रदेश दर्ज कराना चाहती थीं। उन्होंने कहा कि विदेश मंत्री के निर्देश के अनुसार उन्होंने सूचना विदेश मंत्रालय को भेज दी है।