हिमाचल प्रदेश : सेना का सैनिक बन साइबर ठग कर रहे अपराध, पूर्व सैनिक को झांसा देकर ठगे 50 हजार

अपराधी साइबर ठगी के नए तरीके आजमाने लगे हैं। अब वे सेना का सैनिक बन पूर्व सैनिकों को निशाना बना रहे हैं। हाल ही में चंबा के रहने वाले एक पूर्व सैनिक को साइबर ठगों ने ऑनलाइन साइट से गाड़ी खरीदने के बहाने पचास हजार रुपये का चूना लगा दिया। शिकायतें बढ़ने पर पुलिस ने उनके लिए एडवायजरी जारी कर दी है।

चंबा के रहने वाले पूर्व सैनिक ने ओएलएक्स इंडिया की वेबसाइट के माध्यम से एक कार खरीदने की सोची। ऑनलाइन खरीदारी के दौरान उन्हें अपनी जरूरत से मिलती जुलती एक कार का ऑफर मिला। कार बेचने वाले ने खुद को भारतीय सेना का बताया और बाहर पोस्टिंग होने का झांसा देते हुए कार की कुछ फोटो के साथ आर्मी पहचान पत्र, कैंटीन कार्ड भेज दिया।

फर्जी आई कार्ड के झांसे में आकर पूर्व सैनिक ने खाते में पैसा ट्रांसफर कर दिया, लेकिन उसे कार नहीं मिली। डीजीपी संजय कुंडू ने बताया की साइबर ठग आजकल पूर्व सैनिकों को सेना में कार्यरत होने का झांसा देकर ज्यादा करने का प्रयास कर रहे हैं। सोशल मीडिया के जरिये हनीट्रैप से लेकर फर्जी प्रोफाइल बनाकर पैसे मांगने जैसे अपराध में इजाफा हुआ है। उन्होंने बताया कि पिछले कुछ समय में साइबर अपराधों में जबरदस्त इजाफा हुआ है। आंकड़ों की बात करें तो 31 जुलाई तक स्टेट साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में 1988 साइबर अपराध दर्ज हो चुके हैं जबकि पिछले साल 31 दिसंबर तक 1683 कुल मामले पहुंचे थे।