चुनाव तारीखों की घोषणा के साथ ही राजनीतिक दलों पर सख्त हुआ चुनाव आयोग

नई दिल्ली। भारत चुनाव आयोग ने शनिवार को घोषणा की कि लोकसभा की 543 सीटों के लिए 2024 के लोकसभा चुनाव 19 अप्रैल से सात चरणों में होंगे। नतीजे 4 जून को घोषित किए जाएंगे। इसके साथ ही अब आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।

मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने विज्ञान भवन में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 18वीं लोकसभा के गठन के लिए चुनाव कार्यक्रम घोषित होने के साथ ही देश में आचार संहिता तत्काल प्रभाव से लागू हो गई है।

मुख्य चुनाव आयुक्त ने कार्यक्रम की घोषणा करने के साथ ही राजनीतिक दलों और लोकसभा का चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशी को सख्त निर्देश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि आचार संहिता लागू हो गई है और अब राजनीतिक दलों को बड़ी सावधानी बरतनी होगी।

सरकार नहीं ले सकती नीतिगत फैसला

इसके साथ ही सरकार ऐसा कोई नीतिगत फैसला नहीं कर सकेगी, जो मतदाताओं के फैसले को प्रभावित कर सके। राजनीतिक दलों को सोशल मीडिया के इस्तेमाल को लेकर जिम्मेदार रवैया अपनाना चाहिए, फर्जी खबरें फैलाने वालों से सख्ती से निपटा जायेगा। उन्होंने चिंता जाहिर करते हुए कहा कि राजनीतिक विमर्श का गिरता स्तर चिंता का विषय है, हम आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ निंदा करने से आगे की कार्रवाई करेंगे।

खबरों की तरह न दिखाएँ विज्ञापन, निजी हमलों से बचने की हिदायत

इसके साथ ही मुख्य चुनाव आयुक्त ने ये भी कहा कि विज्ञापनों को खबरों की तरह दिखाने की अनुमति नहीं होगी, निजी हमलों से बचा जाए। चुनाव प्रचार के दौरान राजनीतिक दलों को दिव्यांग व्यक्तियों के प्रति सम्मानजनक रवैया अपनाना चाहिए, बच्चों का इस्तेमाल नहीं किया जायेगा।


ईवीएम पर बोले

राजीव कुमार ने कहा कि ईवीएम के विरुद्ध विभिन्न शिकायतों पर अदालतों ने 40 बार गौर किया और प्रत्येक अवसर पर सभी आरोपों को खारिज कर दिया। सभी दल भलीभांति जानते हैं कि ईवीएम ने चुनाव प्रक्रिया को निष्पक्ष और बेहतर बना दिया है; इन्हीं ईवीएम के जरिये सत्तारूढ़ दलों को हारते हुए देखा गया है।

आयोग हिंसामुक्त चुनाव कराने पर प्रतिबद्ध

उन्होंने कहा कि आयोग हिंसामुक्त चुनाव कराने के लिए प्रतिबद्ध है। साल 2019 के चुनाव नतीजों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने 303, कांग्रेस ने 52, तृणमूल कांग्रेस ने 22, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) ने 10, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) ने पांच, माकपा ने तीन और भाकपा ने दो सीटें जीती थीं।