नागौर : पुलिस की कड़ी सुरक्षा में निकाली गई दलित दूल्हे की बिंदौरी, दबंगों ने दी थी धमकी

जाति-धर्म को लेकर भेदभाव करना एक सामाजिक कुरीति हैं जो कि गैरकानूनी भी हैं। लेकिन आज भी गांव देहात में दलितों का शोषण देखने को मिल जाता हैं। इसका एक मामला सामने आया हैं नागौर के डेगाना तहसील के दागड़ा गांव में जहां दबंगों ने दलित दूल्हे के परिवार को घोड़ी पर नहीं बैठाने के लिए धमकाया था। इसको लेकर वे पुलिस संरक्षण में गए और दलित दूल्हे की बिंदौरी पुलिस की कड़ी सुरक्षा में निकाली गई। वहीं डेगाना CI सुभाष चंद्र पुनिया ने बताया कि गांव में कहीं कोई विवाद नहीं है। वहीं ऐसा भी सामने नहीं आया कि किसी ने बिंदौरी निकालने से उन्हें रोका हो। फिर भी एहतियातन पुलिस सुरक्षा में दलित दूल्हे इंद्राज मेघवाल की बिंदौरी निकलवाई गई।

गुरुवार शाम को पुलिस सुरक्षा में दलित दूल्हे की बिंदौरी निकाली गई। इससे पहले दूल्हे के भाई ने आरोप लगाया था कि गांव से उसके छोटे भाई की बारात रवाना हुई। इस दौरान उन्होंने बिंदौरी घोड़ी पर निकालने की ठानी थी। गांव के कुछ दबंगों ने उन्हें ऐसा करने से रोक दिया। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और सभी से बात कर समझाइश का प्रयास किया। इसके बाद दलित दूल्हा बाकायदा घोड़ी पर चढ़ा, डीजे की धुन पर परिवार के लोग नाचते हुए दिखाई दिए। चप्पे-चप्पे पर पुलिस का पहरा नजर आया।

सुरेश कुमार मेघवाल निवासी दागड़ा ने बताया था कि उसके भाई इंद्राज मेघवाल की शादी थी। बरात से पहले की सभी वैवाहिक रस्में निभाई जा चुकी थी। गुरुवार को बारात रवाना होनी थी। इसी दौरान दूल्हे इंद्राज और उसके परिजन घोड़ी पर बिंदौरी निकाल इन पलों को यादगार बनाना चाहते थे। लेकिन कुछ दबंगों ने उन्हें ऐसा करने से मना कर दिया। इस पर उन्होंने पुलिस से गुहार लगाई।