मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष समेत दो को किया गिरफ्तार

तिरुवनंतपुरम। प्रवर्तन निदेशालय ने शुक्रवार को मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने केरल के कंडाला सर्विस को-ऑपरेटिव बैंक के पूर्व अध्यक्ष एन. भासुरंगन को गिरफ्तार किया और उनके बेटे को गिरफ्तार किया है। पूर्व अध्यक्ष पर आरोप है कि इन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान कई अनधिकृत लोन पास करने में अहम भूमिका निभाई थी। गौरतलब है कि ईडी ने 8 नवम्बर को कट्टाकड़ा के पास कंडाला सर्विसेज कोऑपरेटिव बैंक और इसके पूर्व अध्यक्ष और स्थानीय सीपीआई नेता एन भासुरंगन के आवास सहित कई अन्य स्थानों पर छापेमारी की कार्यवाही की थी।

ईडी ने दी ये जानकारी

जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि कंडाला सर्विस को-ऑपरेटिव बैंक में हुई धोखाधड़ी और मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भासुरंगन और उनके बेटे अखिलजीत जे.बी. को मंगलवार को गिरफ्तार किया।उन्होंने आगे कहा कि भासुरंगन अध्यक्ष के रूप में बैंक के समग्र प्रभारी थे, जिन्होंने विभिन्न अनधिकृत ऋणों को मंजूरी देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। तिरुवनंतपुरम के मारानल्लूर थाने में दर्ज कई एफआईआर के आधार पर मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया है।

57 करोड़ रुपये का मामला

एजेंसी ने कहा, ईडी की जांच में पाया गया कि बैंक के प्रबंधन में कई अनियमितताएं हैं। बैंक के शासी निकाय का नेतृत्व उसके अध्यक्ष भासुरंगन कर रहे थे। प्रारंभिक जांच से पता चला है कि उपरोक्त अनियमितताओं में 57 करोड़ रुपये शामिल थे और इसके कारण बैंक को बड़े पैमाने पर संपत्ति की हानि हुई।

परिवार और रिश्तेदारों के नाम पर थे कई सारे लोन

ईडी ने कहा, आगे यह पाया गया कि उनके परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों को एक ही संपत्ति गिरवी रखकर धोखाधड़ी से कई करोड़ रुपये के कई ऋण दिए गए थे। यह भी पाया गया कि कंडाला सर्विस को-ऑपरेटिव बैंक ने अध्यक्ष पद पर रहते हुए भासुरंगन के परिवार के सदस्यों और रिश्तेदारों के पास लंबे समय से बकाया ऋणों के संबंध में कोई वसूली कार्यवाही शुरू नहीं की थी।

कोर्ट ने दी 3 दिन की ईडी रिमांड

ईडी ने कहा कि भासुरंगन और अखिलजीत को केरल के एर्नाकुलम में विशेष न्यायाधीश के सामने पेश किया गया और उन्हें तीन दिनों के लिए ईडी की हिरासत में भेज दिया गया।