
दक्षिण और मध्य एशिया के कई हिस्सों में शुक्रवार को धरती हिली, जब अफगानिस्तान और चीन में कुछ घंटों के अंतराल पर भूकंप के झटके दर्ज किए गए। हालांकि इन भूकंपों की तीव्रता मध्यम रही और जानमाल के नुकसान की कोई खबर नहीं है, लेकिन लोगों के बीच दहशत का माहौल जरूर देखा गया।
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल से कुछ दूरी पर शुक्रवार देर रात भूकंप के झटके महसूस किए गए। रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 4.0 मापी गई। रात का समय होने के कारण कई लोग घबरा गए और घरों से बाहर निकल आए। राहत की बात यह रही कि अब तक किसी बड़ी क्षति की सूचना सामने नहीं आई है।
इससे कुछ ही घंटे पहले शुक्रवार सुबह चीन के म्यांमार सीमा से सटे इलाके में भी भूकंप आया। भारतीय समयानुसार सुबह 6:29 बजे आए इस भूकंप की तीव्रता 4.5 रही, और इसकी गहराई 10 किलोमीटर थी। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी ने इन भूकंपों की पुष्टि की है।
पड़ोसी देश पाकिस्तान भी हाल ही में भूकंप से प्रभावित हुआ था। 12 मई को बलूचिस्तान क्षेत्र में 4.6 तीव्रता का भूकंप दर्ज किया गया था, जिसका केंद्र ज़मीन से 10 किलोमीटर नीचे था। नेशनल सेंटर के अनुसार इसका समय दोपहर 1:26 बजे दर्ज किया गया।
भूकंप की श्रृंखला: एक हफ्ते में कई देशों में हिली ज़मीनगौर करने वाली बात यह है कि बीते कुछ दिनों में कई देशों में भूकंप की घटनाएं देखने को मिली हैं। गुरुवार को तुर्की के कोन्या प्रांत में 5.2 तीव्रता का भूकंप आया था, जो देश के मध्यवर्ती क्षेत्र में स्थित है। तुर्की की आपदा और आपातकालीन प्रबंधन एजेंसी के अनुसार, यह झटका दोपहर के बाद महसूस किया गया।
इस तरह, पिछले एक सप्ताह में अफगानिस्तान, चीन, पाकिस्तान और तुर्की जैसे देशों में भूकंप की घटनाओं ने एक बार फिर भूकंपीय सक्रियता को लेकर चिंता बढ़ा दी है। हालांकि राहत की बात यह रही कि इन झटकों में अब तक किसी प्रकार के बड़े नुकसान या हताहत की पुष्टि नहीं हुई है।