ऑस्ट्रलियाई क्रिकेट टीम की काली करतूतें

ऑस्ट्रलियाई टीम जिसे क्रिकेट के बादशाह के रूप में जाना जाता है और इस टीम का नाम क्रिकेट के रिकार्ड्स की बात की जाए तो कोई कमी नहीं हैं। लेकिन हाल ही में हुए साउथ अफ्रीका दौरे पर बॉल टैम्परिंग के विवाद में फंसी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम को क्रिकेट प्रेमियों के गुस्से और निंदा से रूबरू होना पड़ रहा हैं। इस वाकये से ऑस्ट्रेलियाई टीम ने क्रिकेट की गरिमा को ठेस पहुंचाई हैं। हांलाकि यह पहली बार नहीं है जब ऑस्ट्रलियाई क्रिकेट टीम विवादों में रही हैं। इससे पहले भी कई बार ऑस्ट्रलियाई क्रिकेट टीम की काली करतूतें सामने आई हैं। आज हम आपको उन्हीं करतूतों के बारे में बताने जा रहे हैं। तो आइये जानते हौं उनके बारे में।

* अंडरआर्म बॉल

1981 में बेंसन हेजेस सीजी के तीसरे फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ न्यू जीलैंड को अंतिम गेंद पर सात रन चाहिए थे। यहीं पर ग्रेग चैपल ने एक ऐसा फैसला किया जिसकी वजह से वह आज भी विलन के रूप में याद किए जाते हैं। इस मैच में चैपल बंधु खेल रहे थे। ग्रेग के भाई ट्रेवर चैपल अंतिम ओवर फेंक रहे थे। ग्रेग ने ट्रेवर को सलाह दी कि वह इस बॉल को अंडरआर्म फेंके। अपने बड़े भाई की बात मानते हुए ट्रेवर ने ऐसा ही किया। इस हरकत से बल्लेबाज के साथ-साथ दुनिया भी हैरान थी।

* फिक्सिंग में भी घिरे

1995 में ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी शेन वॉर्न और मार्क वॉ पर फिक्सिंग का आरोप लगा। इन दोनों प्लेयर्स पर आरोप था कि 1994 में श्री लंका दौरे के दौरान सटोरियों को पिच और मौसम के बारे में जानकारी दी थी, जिसका खुलासा बाद में हुआ। इसके लिए इन दोनों पर जुर्माना भी लगा था।

* डोप टेस्ट में फेल हुए शेन वॉर्न

बात साल 2003 की है। लगातार दूसरा और कुल तीसरा वर्ल्ड कप जीतने के इरादे से ऑस्ट्रेलियाई टीम रिकी पोंटिंग की कप्तानी में साउथ अफ्रीका पहुंच चुकी थी लेकिन वर्ल्ड कप में ऑस्ट्रेलिया के पहले मैच के एक दिन पहले पता चला कि टीम के दिग्गज लेग स्पिनर शेन वॉर्न डोप टेस्ट में फेल हो गए हैं। वॉर्न ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा कि उन्होंने एक दवाई अपनी मां की सलाह पर ली थी जो वजन घटाने के लिए थी। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने वॉर्न पर एक साल का बैन लगा दिया।

* ड्रेसिंग रूम से मदद

बीते साल ऑस्ट्रेलियाई टीम के भारत दौरे के दौरान अंपायर के फैसले पर राय जानने के लिए स्टीव स्मिथ पर ड्रेसिंग रूम से मदद लेने का आरोप लगा। भारतीय कप्तान विराट कोहली ने अंपायरों का ध्यान इस ओर दिलाया।

* मंकीगेट कांड

साल 2008 में ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर हुए इस झगड़े में क्रिकेट की गरिमा को सबसे ज्यादा कलंकित किया था। क्रिकेट की दुनिया में इस झगड़े को 'मंकी गेट' कांड के नाम से जाना जाता है। दरअसल एक मैच के दौरान ऐंड्रू सायमंड्स ने हरभजन पर 'मंकी' कहने का आरोप लगाया। जिसके कारण हरभजन पर 3 मैच का बैन लगा दिया गया, लेकिन भज्जी ने अपनी दलील दी तो वह बेदाग निकले और उन पर लगा बैन हटा लिया गया।