डोनाल्ड ट्रंप की पत्नी मेलानिया ट्रंप ने दुनियाभर में चल रहे #MeToo कैंपेन को लेकर एक बड़ा बयान दिया है। मेलानिया ने कहा है कि यौन शोषण की शिकार पीड़िताओं को अपने साथ हुए वारदात का पुख्ता सबूत पेश करना होगा। उन्होंने कहा पुरुषों को भी यह मौका मिलना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जब ऐसे आरोप लगते हैं तो ठोस सबूत की आवश्यकता होती है और आरोप लगाने वालों को सबूत दिखाने चाहिए। केन्या यात्रा के दौरान एक इंटरव्यू में मेलानिया ने ये बातें कहीं। इस ट्रिप के दौरान एक इंटरव्यू में मेलानिया ट्रंप ने #MeToo को लेकर कई बातें कही।
उन्होंने सेक्शुअल हैरेसमेंट की शिकार महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि अगर आप किसी पर आरोप लगा रहे हैं तो उसका सबूत दिखाएं। दरअसल जब उनसे पूछा गया कि यौन शोषण के आरोपी पुरुष के साथ जब गलत व्यवहार किया जाता है तो ऐसे में वे क्या कहेंगी। इस पर मेलानिया ने कहा कि आप यूं ही किसी पर ये आरोप नहीं लगा सकते कि मेरा यौन शोषण किया गया या आपने मेरे साथ ये गलत काम किया। मेलानिया ने आगे कहा कि क्योंकि कभी-कभी मीडिया में यहीं चीजें बढ़ा-चढ़ा कर दिखा दी जाती हैं। जिस तरह से कुछ चीजों को वे बताते हैं वह तरीका गलत है।
वैराईटी की एक रिपोर्ट के अनुसार, हालांकि इस दौरान उन्होंने महिलाओं का समर्थन किया, लेकिन आगे उन्होंने यह भी कहा कि पुरुषों को भी समर्थन मिलना चाहिए। हर पुरुष गलत नहीं होता है। हमें उन्हें सपोर्ट करने की जरूरत है, और आपको ये भी पता है कि पुरुष, महिलाओं की तरह नहीं हैं।
उन्होंने ये बातें ऐसे वक्त में कही हैं जब राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप पर बीते वर्षों में कई महिलाओं ने यौन उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। इस पर ट्रंप का कहना है कि यह पुरुषों के लिए एक भयावह दौर है जहां उनके खिलाफ बरसों पुराने आरोप निकलकर सामने आ रहे हैं। यह टिप्पणी उन्होंने ब्रेट कावानाह के संदर्भ में की थी।
आपको बता दें कि सेक्शुअल हैरेसमेंट के खिलाफ हॉलीवुड में पिछले साल #MeToo मूवमेंट चलाया गया था। इस दौरान अमेरिकी मीडिया में इसे लेकर कई स्टोरीज पब्लिश की गई थी। तब से ही यह पूरे दुनिया में फेमस हो चुका है।