ठाणे। मुंबई के पास ठाणे के डोंबिवली में गुरुवार को एक केमिकल फैक्ट्री में जोरदार धमाका हुआ। इसके बाद उसमें आग लग गई। इस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई है, जबकि 25-30 लोग झुलस गए हैं। मरने वालों में दो महिला और दो पुरुष शामिल हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है। विस्फोट इतना जोरदार था कि उसकी आवाज करीब तीन किलोमीटर तक सुनाई दी। अधिकारियों के मुताबिक MIDC फेज 2 स्थित केमिकल फैक्ट्री के अंदर बॉयलर फटने से आग लगी है।
NDTV ने प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से रिपोर्ट किया है कि अभी तक करीब 30 लोगों को फैक्ट्री से रेस्क्यू किया जा चुका है। फैक्ट्री से आग की लपटें और धुंए का गुब्बार निकलते हुए देखा जा सकता है। समाचार एजेंसी ने ANI के मुताबिक मौके पर दमकल की 10 गाड़ियां मौजूद हैं। अधिकारियों का अनुमान है कि आग बुझाने में चार घंटे से अधिक का समय लग सकता है।
विस्फोट में कई वाहन और घर भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। विस्फोट इतना जोरदार था कि आसपास की बिल्डिंग्स की खिड़कियां टूट गईं। इसके अलावा केमिकल फैक्ट्री की आग एक कार शोरूम समेत दो अन्य इमारतों तक फैल गई है। पुलिस के मुताबिक, दोपहर करीब 1:40 बजे एक इमरजेंसी कॉल आई थी, जिसमें आग लगने की सूचना मिली थी।
फायर विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि विस्फोट डोंबिवली में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (एमआईडीसी) क्षेत्र के फेज-दो में स्थित ‘एम्बर केमिकल कंपनी’ के बॉयलर में हुआ। एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया कि धमाका इतना जोरदार था कि इसकी आवाज कई किलोमीटर दूर तक सुनाई दी। उन्होंने बताया कि विस्फोट के कारण आसपास की इमारत की खिड़कियों के शीशों में दरारें आ गईं। अधिकारी ने बताया कि दमकलकर्मी और पुलिस मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने के प्रयास जारी हैं।
डोंबिवली आग की घटना पर महाराष्ट्र डीसीएम देवेंद्र फडणवीस ने ट्वीट किया है, उन्होंने कहा, डोंबिवली एमआईडीसी में अमुदान केमिकल कंपनी में बॉयलर विस्फोट की घटना दुखद है। 8 लोगों को निलंबित कर दिया गया है। घायलों के इलाज की व्यवस्था की गई है और अधिक एम्बुलेंस तैयार रखी गई हैं। मैंने कलेक्टर से चर्चा की है और वह भी 10 मिनट के भीतर मौके पर पहुंच रहे हैं, एनडीआरएफ, टीडीआरएफ, फायर ब्रिगेड की टीमों को बुलाया गया है।''
रोहित पवार ने कहा, डोंबिवली में एक केमिकल कंपनी में आग लगने की घटना बेहद
भीषण है। यह भी खबर है कि कुछ कार्यकर्ता घायल हुए हैं और मैं प्रार्थना करता हूं कि वे सभी जल्द ही ठीक हो जाएं। हालांकि प्रशासन की ओर से इस आग को बुझाने के प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन यह पता लगाना जरूरी है कि आग लगने और मजदूरों की जान लेने की ऐसी घटनाएं बार-बार क्यों होती हैं और उचित कदम उठाए जाएं।