कभी मर्दानगी के नाम पर इस देश में खाया जाता था कुत्ते का मांस, अब सरकार लगाने जा रही बैन

दक्षिण कोरिया सरकार कुत्ते का मांस खाने को गैरकानूनी घोषित करने पर विचार कर रहा है। इसके लिए वह कार्य बल का गठन करेगा। दरअसल, दक्षिण कोरिया में कुत्ते का मांस बेचने वाले रेस्तरां बंद होने की कगार पर हैं क्योंकि युवा वर्ग कुत्ते का मांस खाना कुछ खास पसंद नहीं कर रहा है और पालतू जानवर का चलन भी बढ़ रहा है। इसके बावजूद, हाल में हुए सर्वेक्षण में ऐसा सामने आया है कि भले ही लोग कुत्ते का मांस न खाते हों, लेकिन ज्यादा से ज्यादा लोग इस पर प्रतिबंध लगाने के विरूद्ध हैं।

एक रिपोर्ट के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के गोरियो और जोसियन राजवंश के वक्त कुत्ते का मांस का सेवन किया जाता था। उस वक्त कुत्ते का मांस, सूअर और गोमांस के मुकाबले बहुत ही आसानी से मिल जाता था। बाद से कुत्ते के मांस को मर्दानगी और समाज के ताकतवर हिस्से से जोड़ा गया। उस वक्त कहा जाता था कि जो लोग कुत्ते के मांस का सेवन करते हैं उनकी ताकत में इजाफा होता है।

कृषि मंत्रालय सहित सरकार के सात विभागों द्वारा जारी संयुक्त बयान में कहा गया है कि उन्होंने अधिकारियों, नागरिक / असैन्य विशेषज्ञों और संबंधित संगठनों से जुड़े लोगों का एक समूह गठित करने का फैसला लिया है जो कुत्ते के मांस पर प्रतिबंध लगाने की संभावनाओं पर अपना विचार / सिफारिश दे सके। बयान में कहा गया है कि प्रशासन कुत्तों के फार्म, रेस्तरां और अन्य जगहों से भी सूचनाएं एकत्र करेगा और इस संबंध में जनता के विचार जानेगा।