बड़ा सवाल : क्या ईरान ने खुद अपने लोगों को ले जा रहे विमान को मार गिराया, 82 ईरानियों सहित 176 लोगों की मौत

ईरान की ओर से इराक में अमेरिकी ठिकानों पर मिसाइल अटैक के कुछ घंटे बाद ही एक बोइंग-737 प्लेन हादसे का शिकार हो गया। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस विमान हादसे में सभी 176 लोगों की मौत हो गई है। इनमें 9 क्रू मेंबर थे। ईरानी समाचार एजेंसी ISNA ने विमान में सवार सभी लोगों के मारे जाने की पुष्टि की है। ईरान के एक न्यूज एजेंसी की ओर से जारी किए गए वीडियो में दिखाई पड़ता है कि क्रैश से पहले विमान में आग लग गई थी। इससे इस सवाल को बल मिल रहा है कि क्या ईरान ने खुद गलती से अपने ही यात्रियों को ले जा रहे प्लेन को तो नहीं मार गिराया। ब्रिटिश अखबार डेली मेल ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हादसे के बाद ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं कि तनाव के बीच गलती से तो विमान पर अटैक नहीं कर दिया गया।

ऐसा समझा जा रहा है कि अमेरिकी ठिकानों पर अटैक के बाद ईरान अपनी सुरक्षा को लेकर चिंतित है। उसे अमेरिका की ओर से हमला किए जाने का डर है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या उसने गलती से बोइंग विमान पर तो अटैक नहीं कर दिया। बता दें कि बालाकोट में भारत की ओर से की गई स्ट्राइक के बाद 27 फरवरी 2019 को पाकिस्तानी लड़ाकू विमान भारत में घुस आए थे। जवाबी कार्रवाई करने के दौरान भारतीय वायुसेना ने गलती से अपने ही एक हेलिकॉप्टर पर मिसाइल दाग दिया था। हेलिकॉप्टर क्रैश में भारतीय वायुसेना के कई अधिकारियों की मौत हो गई थी।

ईरानी समाचार एजेंसी ISNA के मुताबिक, ये हादसा सुबह 9 बजे राजधानी तेहरान स्थित इमाम खुमैनी एयरपोर्ट के पास हुआ। वेबसाइट ‘फ्लाइटरडार24’ के अनुसार, यूक्रेन अंतरराष्ट्रीय एयरलाइन की इस विमान ने तेहरान से उड़ान भरी थी और कीएफ जा रहा था। कीएफ यूक्रेन की राजधानी है। 7900 फीट की ऊंचाई पर ये विमान हादसे का शिकार हो गया। यूक्रेन इंटरनेशनल एयरलाइन्स के विमान में सवार यात्रियों में सबसे अधिक (82) ईरान के ही थे। ईरान के 82 लोगों के साथ 63 कनाडाई, यूक्रेन के 11, स्वीडन के 10, अफनागिस्तान के 4, जर्मनी के 3 और यूके के 3 लोग सवार थे। प्लेन 4 साल से भी कम पुराना था और 2 दिन पहले ही इसकी सुरक्षा जांच की गई थी।

ईरान की राजधानी तेहरान से उड़ान भरने के कुछ ही मिनट बाद कीव जा रहा विमान क्रैश हो गया था। फिलहाल तेहरान में मौजूद यूक्रेन एम्बैसी की ओर से कहा गया है कि शुरुआती जांच में पता चला है कि इंजन में खराबी की वजह से हादसा हुआ। एम्बैसी ने क्रैश के पीछे हमले की आशंका को आधिकारिक तौर से खारिज किया है।