बुधवार सुबह दिल्ली को गाजियाबाद से जोड़ने वाले नेशनल हाईवे-24 पर प्रदर्शनकारी किसानों और भाजपा कार्यकर्ताओं में झड़प हो गई। कार्यकर्ता प्रदेश मंत्री अमित वाल्मीकि का स्वागत करना चाहते थे। इस हंगामे के बाद किसान नेता राकेश टिकैत भाजपाइयों पर जमकर बरसे। टिकैत ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता वहां पर आ गए और अपने किसी नेता का स्वागत करना चाह रहे थे, ये कैसे हो सकता है।
ये मंच संयुक्त मोर्चे का है, अगर मंच पर जाना है तो इसमें शामिल हो जाओ। सड़क पर मंच होने का मतलब ये नहीं है कि कोई भी मंच पर आ जाएगा। अगर आना ही है तो पार्टी छोड़कर आ जाएं। जो कब्जा करने की कोशिश करेगा उनके बक्कल उधेड़ दिए जाएंगे। हां, मैं धमकी दे रहा हूं। मंच पर कब्जा नहीं करने देंगे। पूरे राज्य में उन्हें कहीं नहीं आने दिया जाएगा। यह सब पुलिस की उपस्थित में हुआ है। भाजपा कार्यकर्ताओं की कोशिश थी कि वो मंच पर झंडा लगाएं और अपने नेता का स्वागत करें।
हमारे लोगों ने किसी की गाड़ी पर पत्थर नहीं फेंके : टिकैत
टिकैत
ने कहा कि हमारे लोगों ने किसी की गाड़ी पर पत्थर नहीं फेंके। अगर कोई अब
आया तो उसकी गाड़ी नहीं निकलने दी जाएगी। यहां पर गोला-लाठी का सामान तैयार
है, जो भी भाजपा कार्यकर्ता मंच की तरफ आएगा उस पर एक्शन लिया जाएगा।
भाजपा वाले इस आंदोलन पर कब्जा करना चाह रहे हैं, तीन दिनों से अलग-अलग
इलाकों में वो आ रहे हैं। पुलिस भी इनके साथ है। रोजाना ऐसा होगा तो उनका
इलाज कर देंगे। हम मामला भी दर्ज करवाएंगे।
जादौन ने कहा, पुलिस को देंगे घटना की शिकायत
भारतीय
किसान यूनियन के उत्तरप्रदेश अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन ने मीडिया को
बताया कि भाजपा के कुछ कार्यकर्ता झंडे लेकर आंदोलन स्थल पहुंचे हुए थे।
उसी दौरान किसानों के बीच मारपीट हुई, हम पुलिस को इस घटना की शिकायत
देंगे। हमारे ऊपर आक्रमण हो और हम शिकायत न दें, ऐसा नहीं हो सकता।
गाजियाबाद इंदिरापुरम के सीओ अंशु जैन ने बताया कि भाजपा के एक नेता का
काफिला आंदोलन स्थल से गुजर रहा था, उन्हीं के स्वागत में कुछ कार्यकर्ता
यहां मौजूद थे। किसानों और उनके बीच ये विवाद हुआ।