धौलपुर। राजस्थान में पिछली सरकार में हुई भर्तियों में फर्जीवाड़ा लगातार उजागर हो रहा है। प्रदेश में पीटीआई शिक्षक निष्कासित किए जा रहे है। इसी कड़ी में धौलपुर जिले में फर्जी दस्तावेज से नियुक्ति पाने वाले 12 शारिरीक शिक्षकों को 16 महीने बाद बर्खास्त किया गया है। शारीरिक शिक्षा अध्यापक सीधी भर्ती-2022 में अंक तालिका और डिग्री, ऑनलाइन आवेदन और ऑफलाइन जांच में फर्जी और मिसमैच पाए जाने के बाद विभाग की ओर से कार्रवाई की जा रही है।
पीटीआई सीधी भर्ती- 2022 में आवेदन फॉर्म भरते समय अनिवार्य योग्यता (बीपीएड / डीपीएड) दस्तावेज सत्यापन के समय से अलग पाई है। जिसके बाद अब तक 129 पीटीआई शिक्षकों को बर्खास्त किया जा चुका है। इसके अलावा इस भर्ती परीक्षा में 244 पीटीआई टीचरों की लिस्ट शिक्षा विभाग को भेजी गई थी। जिन्होंने फर्जी डिग्री और दस्तावेज से नियुक्ति हासिल की है, उन पर कार्रवाई होना बाकी है।
बता दें कि भर्ती परीक्षा में फर्जी दस्तावेज के चलते कर्मचारी चयन बोर्ड ने जयपुर स्तर पर कमेटी गठित कर दोबारा जांच करवाई। कमेटी की रिपोर्ट में गंभीर फर्जीवाड़ा साबित होने पर शारीरिक शिक्षा अध्यापक भर्ती 2022 में चयनित अभ्यर्थियों पर गाज गिर रही है। 300 अभ्यर्थियों का रोका था परिणाम
बोर्ड ने पीटीआई भर्ती में 300 अभ्यर्थियों के परिणाम पर रोक लगाई थी। बोर्ड ने सभी अभ्यर्थियों की डिग्रियों में खामियां मिली। बोर्ड ने आशंका जताई थी कि अभ्यर्थियों ने सैकंड ग्रेड शिक्षक भर्ती परीक्षा के पेपर लीक मास्टर मांइड भूपेन्द्र सारण से बीपीएड की डिग्रियां बैकटेड में ली हैं। सारण के पास से पुलिस को यूपी और राजस्थान की यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री और खेल सर्टिफिकेट मिले थे। बोर्ड ने करीब 13 यूनिवर्सिटी की डिग्री पर सवाल खड़े कर शिक्षा विभाग को पत्र लिखा था।