महाकुंभ में ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर धीरेंद्र शास्त्री की नाराजगी, कही यह बात

संगम नगरी प्रयागराज में चल रहे सबसे बड़े धार्मिक समागम महाकुंभ में श्रद्धालुओं का आगमन लगातार जारी है, जिसमें देश-विदेश से लोग शामिल हो रहे हैं। महाकुंभ में साधु संत महात्माओं के साथ अब कथावाचक भी स्नान करने के लिए पहुंच रहे हैं। रविवार को बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री महाकुंभ में स्नान के लिए प्रयागराज पहुंचे।

एबीपी न्यूज से बातचीत करते हुए धीरेंद्र शास्त्री ने कहा कि, महाकुंभ में वह भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने का बड़ा संदेश लेकर आए हैं। उनके अनुसार, वह हिंदुओं को जागरूक करके हिंदुस्तान को बचाने की मुहिम की शुरुआत करेंगे। शास्त्री ने कहा, हिंदू जगेगा, तभी हिंदुस्तान बचेगा। उन्होंने यह भी बताया कि हिंदू समाज में कई विकृतियां आ गई हैं, जिन पर चर्चा करने के लिए वह महाकुंभ में एक सम्मेलन आयोजित करेंगे।

ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर जताई नाराजगी


बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने महाकुंभ में फिल्म अभिनेत्री ममता कुलकर्णी को महामंडलेश्वर बनाए जाने पर नाराजगी जताई है। उन्होंने कहा कि किसी के प्रभाव में आकर उसे संत या महामंडलेश्वर की पदवी देना उचित नहीं है। उनका मानना है कि पदवी उसी व्यक्ति को दी जानी चाहिए, जिसके अंदर संत या साध्वी का भाव हो।

महाकुंभ में पहुंचकर दिव्य अनुभूति का अनुभव कर रहे धीरेंद्र शास्त्री ने आगे कहा कि वे खुद आज तक महामंडलेश्वर नहीं बने हैं, तो किसी और को पदवी देने में सतर्कता बरतनी चाहिए। उन्होंने व्यंग्य करते हुए कहा कि महाकुंभ में रील वाले लोग चर्चा में आते हैं, लेकिन हर किसी का अपना काम होता है।

धीरेंद्र शास्त्री ने 27 जनवरी को होने वाली धर्म संसद और सनातन बोर्ड के गठन पर कहा कि भारत जल्द ही हिंदू राष्ट्र बनेगा। महाकुंभ में 5 दिन बिताने के बाद, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान करने के साथ ही, 30 जनवरी को सम्मेलन आयोजित करेंगे।