कोटा : घूसखोरों पर की ACB ने कारवाई, शराब ठेकेदार से सीआई व सिपाही लेते थे बंदी

सिस्टम में कई घूसखोर हैं जो सरकारी प्रक्रिया में भ्रष्टाचार को फैलाने का काम कर रहे हैं। ऐसे ही एक मामले में एंटी करप्शन ब्यूरों (ACB) की टीम ने कारवाई करते हुए बूंदी जिले के देई थाना सीआई व एक सिपाही को दस हजार रूपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा हैं। थानाधिकारी व सिपाही झूठा मुकदमा दर्ज करके दुकान (ठेका) बन्द करवाने की धमकियां देते है। सीआई व सिपाही एक शराब ठेकेदार से मासिक बंदी देने का दबाव बना रहे थे। और 14 हजार रुपये प्रतिमाह मासिक बंदी की मांग कर रहे थे।

ACB कोटा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चन्द्रशील ने बताया कि परिवादी मोती लाल ने शिकायत दी थी। जिसमें बताया था कि उसकी दो शराब की दुकानें हैं देई थानाधिकारी नारायण राम व सिपाही हरिराम आये दिन मासिक बंदी की मांग करते है। एक ठेके के 7 हजार रुपये के हिसाब से दोनों ठेके के 14 हजार मासिक बंदी लेते है। पहले मजबूरी में रिश्वत दी थी। शिकायत के बाद एसीबी ने सत्यापन करवाया। सत्यापन के दौरान आरोपियों ने 4 हजार की रिश्वत ली। आज एसीबी की टीम ने मासिक बंदी की 10 हजार की रिश्वत लेते सिपाही हरिराम को रंगे हाथों पकड़ा। पूछताछ में हरिराम ने देई थानाधिकारी नारायण राम के लिए रिश्वत लेना बताया। एसीबी की टीम ने सिपाही की थानाधिकारी नारायण राम से फोन पर बात करवाई। थानाधिकारी ने रिश्वत की रकम अपने पास रखने को बोला। जिसपर एसीबी की टीम ने थानाधिकारी को डिटेन किया।