Delhi Metro के लिए DMRC को जल्द करना पड़ सकता है नियमों में बड़ा बदलाव, ये है वजह

दिल्ली मेट्रो (Delhi Metro) रेल निगम ने नए नियमों और गाइडलाउन के साथ 13 सितंबर से सभी रूटों पर ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया है। नियम और गाइडलाइन के मुताबिक, फिलहाल मेट्रो ट्रेनें 50% यात्रियों के साथ ही सभी लाइनों पर रफ्तार भर रही हैं, लेकिन नियमों के टूटने का सिलसिला भी तेज हो गया है। रोजाना 100 से अधिक लोग नियम-गाइडलाइन का उल्लंघन करने का आरोप में पकड़े जा रहे हैं।

सोमवार से बुधवार तक सैकड़ों लोग पकड़े जा चुके हैं, जो सामान्य नियम तक नहीं मान रहे हैं। इस बीच मेट्रो में सफर करने वाले यात्रियों की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। ऐसे में जानकारों का कहना है कि दिल्लीवासियों को मेट्रो प्रबंधन की अपील पर गौर करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि व्यस्त समय में मेट्रो के इस्तेमाल से बचें।

बता दें कि डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह भी लोगों से गुजारिश कर चुके हैं कि व्यस्त समय के दौरान लोग मेट्रो में यात्रा से परहेज करें। इसी के साथ उन्होंने तमाम कंपनी के मालिकान से भी गुजारिश की है कि वे एक साथ न बुलाकर अलग-अलग समय पर अपने कर्मचारियों को बुलाएं। इससे लोगों की मेट्रो यात्रा कोरोना से सुरक्षित होगी।

सोमवार को लॉकडाउन के बाद पहला कार्य दिवस था, जब दिल्ली मेट्रो की सभी लाइनों पर सामान्य परिचालन हुआ। इसके साथ ही मेट्रो में यात्रियों की संख्या बढ़कर ढाई लाख तक पहुंच गई। मेट्रो में जिस तेजी से यात्रियों की संख्या बढ़ रही है, उसे देखते हुए मेट्रो प्रबंधन के लिए चुनौतियां बढ़ना लाजिमी है।

मेट्रो प्रबंधन ने फिलहाल 20% क्षमता के साथ मेट्रो चलाने की तैयारी की है, ताकि यात्रियों को शारीरिक दूरी के नियम का पालन किया जा सके और मेट्रो में सफर के दौरान कोरोना संक्रमण को फैलने से रोका जा सके। हालांकि, सोमवार को यात्रियों की संख्या में हुई बढ़ोतरी मेट्रो द्वारा सीमित की गई यात्री संख्या के 50% को पार कर गई है। यदि इसी तरह वृद्धि होती रही, तो मेट्रो प्रबंधन को अपनी योजना और कोरोना से सुरक्षा उपायों में बदलाव करना पड़ेगा।

जिस तरह मेट्रो प्रबंधन ने कोरोना से बचाव के व्यापक इंतजाम किए हैं, वह यात्रियों को भा रहा है। यही वजह है कि यात्रियों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। ऐसे में जहां मेट्रो प्रबंधन को नए सिरे से योजना बनाने और तैयारियां करने की आवश्यकता है, वहीं यात्रियों को भी यह समझना चाहिए कि मेट्रो का इस्तेमाल अतिआवश्यक स्थिति में ही करें। मेट्रो के प्रबंध निदेशक ने बीते दिनों लोगों से अपील भी की थी कि वे आवश्यकता पड़ने पर ही मेट्रो में सफर करें और सुबह व शाम के व्यस्त समय में मेट्रो के प्रयोग से बचें। इससे जहां एक ओर व्यस्त समय में जरूरतमंद लोग ही मेट्रो में सुरक्षित सफर कर सकेंगे वहीं, इससे कोरोना से बचाव के उपायों का भी प्रभावी तरीके से पालन हो सकेगा।

दिल्लीवासियों को मेट्रो प्रबंधन की अपील पर गौर करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि व्यस्त समय में मेट्रो के इस्तेमाल से बचें। इससे मेट्रो यात्रियों के लिए सुरक्षित बनी रहेगी और सभी का सफर सुखद होगा।