प्वाइंट्स में समझे जामिया इलाके में हुए हिंसक प्रदर्शन की पूरी कहानी, 50 छात्रों की रिहाई के बाद धरना खत्म

नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ दिल्ली में प्रदर्शन ने रविवार को हिंसक रूप धारण कर लिया। प्रदर्शनकारियों ने साउथ दिल्ली के न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में जमकर तांडव मचाया। 3 बसों, कारों और कुछ मोटरसाइकलों को आग के हवाले कर दिया। पहले लगा कि ये प्रदर्शन जामिया मिलिया इस्लामिया के छात्रों ने किया है। हालांकि थोड़ी देर बाद ही यह बात सामने आई कि इस प्रदर्शन में छात्रों का हाथ नहीं था। जामिया में बवाल के चलते दिल्ली के 15 मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए। यहां मेट्रो नहीं रोकी जा रही। वहीं जामिया के आसपास के इलाकों में उत्पात की घटना को देखते हुए सोमवार को सभी स्कूल बंद रखने के आदेश दिए गए हैं।

जामिया में इस हिंसा के खिलाफ जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिर्वसिटी (JMI) छात्रों के अलावा जेएनयू और दूसरे संगठनों के लोगों ने पुलिस मुख्यालय पर धरना किया। हालांकि देर रात पुलिस द्वारा 50 छात्रों को रिहा करने के बाद सोमवार सुबह 4 बजे ये धरना खत्म हुआ। दिल्‍ली पुलिस ने सुबह 3:42 पर बताया कि हिरासत में लिए गए 35 छात्रों को कालकाजी पुलिस स्‍टेशन से छोड़ दिया गया। इसके अलावा 15 छात्रों को न्‍यू फ्रेंड्स कॉलोनी से छोड़ा गया।

जानिए अब तक क्या-क्या हुआ?

- रविवार शाम 4 बजे के करीब नोएडा से न्यूफ्रेंड्स कॉलोनी की तरफ आ रही बसों में तोड़फोड़ की खबर आई। जिसके बाद दिल्ली के ओखला, जामिया और कालिंदी कुंज वाले इलाके में सरकारी बसों में आग लगाने की घटना सामने आई।

- आग बुझाने के लिए दमकल की 4 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं। बसों में लगी आग बुझाने के दौरान ही प्रदर्शनकारियों ने गाड़ियों पर हमला कर दिया, जिसमें एक फायरमैन को काफी चोटें आईं।

- कुछ देर अराजकता की स्थिति रहने के बाद पुलिस ने इलाके में फ्लैग मार्च किया। हालात को नियंत्रण में रखने के लिए भारी पुलिस बल तैनात किया गया।

- अराजक तत्वों के विश्वविद्यालय परिसर में होने के संदेह में पुलिस अंदर घुसी और कैंपस को खाली कराया।

- जामिया यूनिवर्सिटी के चीफ प्रॉक्टर वसीम रिजवी ने पुलिस पर आरोप लगाया कि छात्रों से पुलिस ने मारपीट की है। उनका कहना है कि पुलिस जबरन कैंपस में घुसी है।

- डीसीपी चिन्मय बिस्वाल ने आज तक से बात करते हुए कहा कि कानून-व्यवस्था बनाने के लिए हमने उग्र भीड़ को तितर-बितर किया है। कैंपस के अंदर से हम पर पथराव किया गया। प्रॉक्टर को जांच करनी चाहिए कि कौन लोग हैं जिन्होंने हम पर पथराव किया है। अभी हालात सामान्य है। कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है। 4000 से 5000 लोग सुबह से प्रदर्शन कर रहे थे।

- बीजेपी नेता मनोज तिवारी और कपिल मिश्रा ने आम आदमी पार्टी के नेता अमानतुल्लाह खान पर हिंसा भड़काने का आरोप लगाया है। हालांकि आजतक से बात करते हुए अमानतुल्लाह खान ने स्पष्ट किया है कि वो इस प्रदर्शन में शामिल नहीं थे।

- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इन घटनाओं पर दुख जताते हुए कहा कि किसी भी तरह की हिंसा स्वीकार नहीं की जाएगी। इलाके में शांति बहाली के लिए उन्होंने उपराज्यपाल अनिल बैजल से बात की।

- कांग्रेस ने दिल्ली की जामिया मिलिया इस्लामिया यूनिवर्सिटी में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच भिड़ंत के मामले पर बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा है। छात्रों की बर्बरतापूर्वक पिटाई का विरोध करते हुए कांग्रेस ने पीएम नरेंद्र मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि वह केवल चुनावी प्रचार में ही व्यस्त हैं।

- रात 9 बजे जामिया के छात्रों ने विश्वविद्यालय के अंदर घुसकर की गई पुलिस कार्रवाई के विरोध में पुलिस हेडक्वार्टर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन किया। जब पुलिस ने हिरासत में लिए गए 50 छात्रों को रिहा किया, तब जाकर सोमवार तड़के साढ़े चार बजे प्रदर्शनकारी छात्र पुलिस हेडक्वार्टर से हटे।

- दिल्ली के जामिया विश्वविद्यालय में पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच हिंसक झड़प की खबरें मिलने के बाद अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय परिसर में भी तनाव बढ़ने लगा था।एएमयू के प्रॉक्टर प्रोफेसर अफीफ उल्लाह खान ने बताया कि बाबे सर सैयद गेट पर हुए पथराव में कुछ सुरक्षाकर्मियों को चोटें आई हैं। पुलिस ने विश्वविद्यालय परिसर में दाखिल होने के सभी रास्ते बंद कर दिए हैं। इस घटना के बाद उत्तर प्रदेश के DIG समेत अन्य पुलिस अधिकारी रविवार रात अलीगढ मुस्लिम युनिवर्सिटी पहुंचे। इस दौरान 10-15 असामाजिक तत्वों को हिरासत में भी लिया गया। इस बीच विश्वविद्यालय के रजिस्ट्रार अब्दुल हमीद ने बताया कि मौजूदा हालात के मद्देनजर विश्वविद्यालय को अनिश्चितकाल के लिए बंद कर दिया गया है और तमाम छात्रावास खाली कराए जा रहे हैं।

- विश्वविद्यालय अब 6 जनवरी 2020 को खुलेगा। विश्वविद्यालय के जन संपर्क अधिकारी अजीम अहमद ने कहा कि सभी सेमेस्टर परीक्षाओं को रद्द कर दिया गया है। आने वाले समय में नए तिथियों की घोषणा की जाएगी और 16 दिसंबर 2019 से 5 जनवरी 2020 तक शीतकालीन अवकाश घोषित कर दिया गया है। विश्वविद्यालय अब 6 जनवरी 2020 को खुलेगा।