दिल्ली / लॉकडाउन के बीच शनिधाम मंदिर में पूजा, सोशल डिस्टेंसिंग की उड़ी धज्जियां, दाती महाराज के खिलाफ केस दर्ज

भारत में कोरोना का संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है। देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 1 लाख 25 हजार 855 हो गई है। लेकिन इसके बावजूद लोग इस वायरस को लेकर गंभीर नजर नहीं आ रहे है। आम लोग तो छोड़िये देश के प्रतिष्ठित और जिम्मेदार लोग भी सरकार द्वारा जारी नियमों की धज्जियां उड़ा रहे हैं। ताजा मामला देश की राजधानी दिल्ली से सामने आया है। यहां शनिधाम में लोगों द्वारा सरेआम लॉकडाउन 4.0 की धज्जियां उड़ाते देखा गया है। आरोप है कि शुक्रवार देर रात असोला स्थित शनिधाम मंदिर में पूजा का आयोजन किया गया। मंदिर के प्रांगण में पूरी तरीके से सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाई गईं और यह सारा कार्यक्रम दाती महाराज उर्फ दाती मदन लाल राजस्थानी की मौजूदगी में किया गया था।

इस बाबतत वीडियो भी सामने आया है, इसे देखकर यह साफ हो जाता है की 22 तारीख की रात लगभग 12:00 बजे सोशल डिस्टेंसिंग की किस तरह से धज्जियां उड़ाई जा रही थी। वहीं, दिल्ली पुलिस ने इस मामले में दाती महाराज के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

मिली जानकारी के मुताबिक, शनिधाम में एक पूजा का आयोजन शनि जयंती के मौके पर दाती महाराज की ओर से किया गया था। अब इस पूजा के आयोजन के दौरान की कुछ तस्वीरें और वीडियो सामने आए हैं। इनमें साफ देखा जा सकता है कि किस तरह आयोजन के दौरान शनिधाम में मौजूद लोग दाती महाराज के इर्द-गिर्द नजर आ रहे हैं और लॉकडाउन के नियमों का पालन नहीं हो रहा है। इस आयोजन में लोगों ने मास्क भी नहीं पहना था। तस्वीरों के मुताबिक इस आयोजन में बच्चों के साथ बूढ़े भी शामिल हुए, जिन्हें कोरोना काल में सर्वाधिक खतरा है।

दाती महाराज पर हैं रेप के आरोप

आपको बता दे, दाती महाराज उर्फ दाती मदन लाल राजस्थानी पर अपने सहयोगियों के साथ मिलकर 25 साल की महिला से रेप का आरोप है। दाती महाराज और अशोक, अर्जुन व अनिल के खिलाफ CBI ने एफआईआर भी दर्ज कर रखी है। उनके फतेहपुर बेरी आश्रम में 9 जनवरी 2016 में यह कथित घटना हुई। दिल्ली पुलिस ने जून 2018 में दिल्ली की पीड़िता की शिकायत पर मामला दर्ज किया था। बाद में दाती महाराज व अन्य पर चार्जशीट भी दाखिल की थी।

सीबीआई ने 4 मार्च को शनिधाम के संस्थापक दाती मदनलाल राजस्थानी के खिलाफ रेप मामले में अपनी छानबीन की फाइनल रिपोर्ट अदालत को सौंप दी थी। हाई कोर्ट ने 3 अक्टूबर 2018 को इस केस में आगे की छानबीन का जिम्मा सीबीआई को सौंपा था। पीड़िता की मांग पर यह आदेश दिया गया था, जिन्होंने तब मामले में क्राइम ब्रांच की जांच को लेकर कुछ सवाल उठाए थे। हालांकि, केस ट्रांसफर होता, इससे पहले ही क्राइम ब्रांच ने 1 अक्टूबर को अपनी चार्जशीट अदालत में दायर कर दी। इसमें दाती महाराज और उनके तीन भाइयों- अशोक, अनिल और अर्जुन पर रेप, अप्राकृतिक संबंध और धमकाने के आरोप लगाए गए। अदालत ने उसी साल 20 दिसंबर को इन आरोपों पर संज्ञान भी ले लिया। अदालतों में सर्दियों की छुट्टी के दौरान ही ये चारों आरोपी नियमित जमानत लेने में कामयाब रहे। उन्हें मामले की जांच के दौरान भी कभी गिरफ्तार नहीं किया गया।