Oxygen Crisis: दिल्ली के अस्पतालों में ऑक्सीजन की कमी, रो पड़े बत्रा अस्पताल के MD, मरीजों से कही यह बात...

कोरोना के बढ़ते मरीजों और ऑक्‍सीजन की भारी किल्‍लत से हालात भयावह होते जा रहे हैं। इस बीच दिल्ली के बत्रा अस्पताल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर एससीएल गुप्ता ऑक्सीजन संकट पर बात करते हुए रो पड़े। उन्होंने कहा कि हम मरीजों के परिजनों से कह रहे है कि जहां उन्हें ऑक्सीजन की उपलब्धता हो वहां चले जाए। हम यह समझते हैं कि मरीज किसी की माता, पिता हैं यदि मैं किसी अपने को खोता हूं, तो यह स्वाभाविक है कि मुझे बहुत बुरा महसूस होगा।

इससे पहले, शनिवार की सुबह बत्रा अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी की खबर आई थी। हालांकि कुछ देर बाद ही यहां ऑक्सीजन को लेकर एक टैंकर पहुंचा। बत्रा अस्पताल के एमडी डॉक्टर एससीएल गुप्ता का कहना था कि अस्पताल को 500 किलोग्राम ऑक्सीजन ट्रक के जरिए पहुंचाई गई है जो ऑक्सीजन मिलने के बाद अगले एक घंटे के लिए काफी रहेगी।

ऑक्सीजन की कमी के बारे में उन्होंने कहा कि शनिवार सुबह सात बजे ऑक्सीजन खत्म हो गई थी। रोज हमें करीब 7,000 लीटर ऑक्सीजन की जरूरत पड़ती है और अभी 500 लीटर ऑक्सीजन भेजी गई है जो कुछ समय ही चलेगी। उन्होंने कहा कि हालात फिर जस के तस हो गए हैं। अस्पताल में 350 से ज्यादा कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है जिसमें 48 आईसीयू में भर्ती हैं। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन जल्द से जल्द मुहैया कराई जाए। अस्पताल की ओर से जारी बयान के मुताबिक अस्पताल में महज 20 मिनट का ऑक्सीजन बचा है जबकि 350 से अधिक कोरोना मरीजों का इलाज चल रहा है।

दिल्‍ली के दो बड़े अस्‍पतालों ने की कोविड बेड में कटौती

वहीं, इस बीच खबर आ रही है कि दिल्‍ली के दो बड़े अस्‍पतालों ने कोरोना के बेड घटा दिए हैं। दिल्‍ली के इन दोनों बड़े अस्‍पतालों ने मिलकर 1050 बेड घटाए हैं। ऐसे में राजधानी में कोविड मरीजों के बीच बेड के लिए मच रही मारामारी अब और भी गंभीर रूप ले लेगी। दिल्ली के राजीव गांधी सुपर स्‍पेशलिटी अस्‍पताल ने 250 बेड कम कर दिए है। इस अस्‍पताल में 650 बेड पर कोरोना के मरीजों का इलाज किया जा रहा था। इसके अलावा दिल्‍ली के सरकारी जीटीबी अस्‍पताल में कुल 1500 बेड पर कोरोना मरीजों को इलाज दिया जा रहा था लेकिन इनमें से आधी से ज्‍यादा संख्‍या घटा दी गई है।