एम्स डायरेक्टर ने चेताया - दिल्ली में सुपर स्प्रेडर इवेंट्स बढ़ा रहे कोरोना वायरस; पिछले 24 घंटे में मिले 7830 नए मरीज

दिल्ली में कोरोना के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं, वहीं कोरोना के कारण दम तोड़ने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। मंगलवार को एक दिन में कोरोना के कारण 83 मरीजों ने दम तोड़ दिया। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार मंगलवार को आए 7830 नए मरीजों के साथ दिल्ली में कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा बढ़कर 451382 हो गया। देश की राजधानी दिल्ली में लगातार बढ़ते जा रहे कोरोना वायरस के मामलों ने चिंता बढ़ा दी है। अब एम्स के डायरेक्टर रणदीप गुलेरिया ने भी बयान दिया है कि लोगों को सतर्कता बढ़ानी होगी, तभी कोरोना के केस कम हो सकेंगे।

रणदीप गुलेरिया ने कहा कि दिल्ली में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हुई है। इसका मुख्य कारण सुपर स्प्रेडर इवेंट, जहां बड़ी संख्या में लोग बिना किसी सावधानी के इकट्ठा हो रहे हैं वो हो सकता है। ऐसे में हम सभी को इस ओर आक्रामक तरीके से काम करना होगा, ताकि नंबर कम हो सकें।

दिल्ली में कुल कोरोना मामलों की संख्या साढ़े चार लाख के पार पहुंच गई है, जबकि अबतक 7143 लोगों की मौत हुई है। पिछले दो हफ्तों से दिल्ली में हर रोज 5000 से अधिक कोरोना केस सामने आ रहे हैं, जो चिंता बढ़ाने का काम कर रहे हैं। दिल्ली में हर नए दिन कोरोना के रिकॉर्ड टूट रहे हैं, जिसकी वजह से त्योहारों में लोगों से सतर्कता बढ़ाने की अपील की जा रही है।

रणदीप गुलेरिया ने फाइज़र वैक्सीन को लेकर भी बयान दिया। उन्होंने कहा कि उस वैक्सीन को रखने के लिए -70C का तापमान चाहिए, जो कि भारत जैसे देशों के लिए मुश्किल हो सकता है। क्योंकि इस तरह का तापमान हमारे यहां ग्रामीण इलाकों में लाना मुश्किल होगा, इसके लिए कोल्ड चेन को मेंटेन करना आसान नहीं है।

एम्स डायरेक्टर ने अन्य वैक्सीन को लेकर खुशी जताई और सफल ट्रायल की कामना की। बता दें कि अमेरिका में फाइज़र वैक्सीन का ट्रायल लगभग सफल हुआ है और इस वैक्सीन ने 90% सही नतीजे दिए हैं, जिसके बाद इसे इलाज के लिए मंजूरी दी जा सकती है।

दिल्ली में कोरोना से मृत्यु दर घट कर 1.58% हो गई है। विभाग के अनुसार दिल्ली में कोरोना के एक्टिव केस 41385 हैं। इनमें से दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में 8262 मरीज़ भर्ती हैं। वहीं कोविड केयर सेंटर में 836 और कोविड मेडिकल सेंटर में 279 मरीज हैं। होम आइसोलेशन में 24178 मरीज़ हैं।